भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा पर लगेगी 574 जिलों की 1 क्विंटल 14 किलो 800 ग्राम माटी
> देश के 574 जिलों से प्रत्येक प्रतिनिधि लेकर पहुंचा 200 ग्राम मिट्टी, राजस्थान के अलवर जिले से मुकेश अग्रवाल की 200 ग्राम की मिट्टी में है 200 गांव की महक, जबलपुर के पुलिस अधीक्षक की पत्नी लक्ष्मी शुक्ला भी पहुंची मिट्टी लेकर, जम्मू से महामंडेलश्वर
सर्वदर्शन महाराज भी प्रतिनिधियों के साथ रहे आमजन की भांति, ज्योतिसर की पावन धरा पर बनेगी भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा
कुरुक्षेत्र : 11 दिसम्बर : राकेश पण्डित /अल्फ़ा न्यूज़ इंडिया ;—- गीता स्थली कुरुक्षेत्र की पावन धरा ज्योतिसर जहां भगवान श्रीकृष्ण ने 5153 वर्ष पूर्व अर्जुन का रिश्तों नातों से मोह तोडऩे और कर्तव्यों का एहसास करवाने के लिए अपने विराट स्वरुप के दर्शन करवाएं और गीता के मोक्षदायी उपदेश दिए। इस पावन धरा पर देश के 574 जिलों की 1 क्विंटल 14 किलो और 800 ग्राम माटी के मिश्रण से भगवान श्रीकृष्ण के विराट स्वरुप की प्रतिमा को ज्योतिसर में स्थापित किया जाएगा। अहम पहलु यह है कि 25 राज्यों और 7 केन्द्र शासित राज्यों से 574 प्रतिनिधि 200-200 ग्राम मिट्टी लेकर पहुंचे थे ।
> अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के इन ऐतिहासिक क्षणों को इतिहास के पन्नों में स्वर्ण अक्षरों से लिखा जाएगा। इस इतिहास को बनाने का सारा श्रेय मुख्यमंत्री मनोहर लाल को जाता है। उन्होंने कहा कि देश के 574 जिलों के प्रतिनिधि 200-200 ग्राम मिट्टी लेकर आये है। इन प्रतिनिधियों में से राजस्थान के अलवर जिले से एक प्रतिनिधि मुकेश अग्रवाल 200 गांव से 200 ग्राम मिट्टी लेकर पहुंचे थे । इतना ही नहीं इन प्रतिनिधियों में एक प्रतिनिधि जबलपुर के पुलिस अधीक्षक की पत्नी लक्ष्मी शुक्ला और जम्मू से महामंडलेश्वर स्वामी सर्वदर्शन महाराज और स्वामी दिव्यानंद सरस्वती भी आम प्रतिनिधि की तरह कुरुक्षेत्र के राजकीय स्कूल में रह रहे थे । उन्होंने कहा कि इन प्रतिनिधियों द्वारा लाई गई मिट्टी से जाने-माने विशेषज्ञ द्वारा भगवान श्रीकृष्ण की विशाल प्रतिमा बनवाकर गीता स्थली ज्योतिसर में स्थापित की जाएगी।
> मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि इस गीता स्थली में अखंड भारत के दर्शन होने चाहिए। इस योजना को अमलीजामा पहनाने का काम अंतर्राष्ट्ररीय गीता जयंती महोत्सव के दौरान किया गया है। इसकी अहम राज्य सरकार, भूमिका एकल अभियान भारत लोक शिक्षा परिषद और भारत लोक शिक्षा परिषद के साथ-साथ कुरुक्ष्ेात्र विकास बोर्ड और जिला प्रशासन की रही है। इस महोत्सव में 574 जिलों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित करने की आमंत्रित करने की कमान 70 लोगों की कमेटी ने सम्भाली थी और इस राष्ट्रीय कमेटी का प्रतिनिधित्व भारत लोक शिक्षा परिषद के श्याम गुप्त और माधवेन्द्रा सिंह ने किया ।