चंडीगढ़ 08-02-2025 आरके विक्रमा शर्मा अनिल शारदा प्रस्तुति —-हुनर सीखा है तो मुसीबत में दूरदर्शिता से काम लेना उपयोगी सिद्ध होगा।।
कार्डियो पल्मोनरी रिससीटेशन (सीपीआर) देने का तरीका समझाया। सहारनपुर के डा. संजीव मिगलानी ने बताया कि हृदयाघात होने, हाई वोल्टेज बिजली का झटका लगने या डूबने के कारण अगर किसी की धड़कन थम जाएं। तो सबसे पहले सांस और नब्ज चेक करें। अगर सांसें और नब्ज बंद हो तो उसे तत्काल सीपीआर देना शुरू करें और साथ ही एंबुलेंस को फोन कर दें। एंबुलेंस आने तक उसे सीपीआर देते रहें, इससे उसकी जान बचाई जा सकती है।
डा. मिगलानी ने बताया कि कोई भी व्यक्ति अभ्यास करने के बाद सीपीआर दे सकता है।
सीपीआर देने की प्रक्रिया की जानकारी है तो आप भी आसपास ऐसी घटना होने पर मरीज की जान बचा सकते हैं।
हृदयघात होने पर इन बातों का रखें ध्यान
- बेहोश व्यक्ति को पीठ के बल लिटाकर छाती के बाई ओर मध्यभाग में दोनों हथेलियों से 30 बार दबाएं
- मरीज की ठोडी को आगे से उठाएं ताकि उसकी सांस की नली खुल जाए। फिर उसे दो बार मुंह से सांस दे।’
- एंबुलेंस आने या धड़कन शुरू होने तक इस प्रक्रिया को दोहराते रहें।
- अगर मरीज की धड़कन शुरू हो जाए तो उसे दायीं ओर करवट लेकर लिटा दें।
