*चंडीगढ़ आरके विक्रमा शर्मा+ करण शर्मा:—-तुलसी रस पीएं, निरोग जीएं**तुलसी मुख्य रूप से पांच प्रकार के पायी जाती है।**श्यामा तुलसी, राम तुलसी, श्वेत/विश्नू तुलसी, वन तुलसी, और नींबू तुलसी।*इन पांच प्रकार की तुलसी विधि द्वारा अर्क निकाल कर तुलसी का निर्माण किया गया है।गुणयह संसार की एक बेहतरीन एंटी-ऑक्सीडेंट , एंटी- बैक्टीरियल, एंटी- वायरल , एंटी- फ्लू, एंटी- बायोटिक , एंटी-इफ्लेमेन्ट्री व एंटी – डिजीज है |1) तुलसी अर्क के एक बूंद एक गिलास पानी में या दो बून्द एक लीटर पानी में डाल कर पांच मिनट के बाद उस जल को पीना चाहिए। इससे पेयजल विष् और रोगाणुओं से मुक्त होकर स्वास्थवर्धक पेय हो जाता है |2) तुलसी अर्क 200से अधिक रोगो में लाभदायक है।जैसे के “फ्लू , स्वाइन फ्लू, डेंगू , जुखाम , खासी , प्लेग, मलेरिया , जोड़ो का दर्द, मोटापा, ब्लड प्रेशर , शुगर, एलर्जी , पेट के कीड़ो , हेपेटाइटिस , जलन, मूत्र सम्बन्धी रोग, गठिया , दम, मरोड़, बवासीर , अतिसार, आँख का दर्द , दाद खाज खुजली, सर दर्द, पायरिया नकसीर, फेफड़ो सूजन, अल्सर , वीर्य की कमी, हार्ट ब्लोकेज आदि।”3) तुलसी एक बेहतरीन विष नाशक तथा शरीर हटा के विष (toxins ) को बाहर निकलती है।4) तुलसी शरीर के लाल रक्त सेल्स (Haemoglobin) को बढ़ने में अत्यंत सहायक है |5) तुलसी भोजन के बाद एक बूँद सेवन करने से पेट सम्बन्धी बीमारियां बहुत कम होती हैं.6) तुलसी के 4 – 5 बूँदे पीने से महिलाओं को गर्भावस्था में बार बार होने वाली उलटी की शिकायत समाप्त हो जाती है।7) दमा व खाँसी में तुलसी के दो बुँदे थोड़े से अदरक के रस तथा शहद के साथ मिलकर सुबह – दोपहर – शाम सेवन करें।8) यदि मुँह में से किसी प्रकार की दुर्गन्ध आती हो तो, तुलसी के एक बूँद मुँह में डाल लें दुर्गन्ध तुरंत दूर हो जाएगी।9) दांत का दर्द, दांत में कीड़ा लगना , मसूड़ों में खून आना तुलसी के 4 – 5 बूँदे पानी में डालकर कुल्ला करना चाहिए।10) नाक में पिनूस रोग हट जाता है, इसके अतिरिक्त फोड़ेफुंसिया भी निकल आती हैं, दोनों रोगों में बहुत तकलीफ होती है , तुलसी को हल्का सा गरम करके एक – एक बूंद नाक में टपकाएं।11) गले में दर्द, गले व मुँह में छाले , आवाज़ बैठ जाना : तुलसी के 4 – 5 बूँदे गरम पानी में डालकर कुल्ला करना चाहिए।12) सर दर्द, बाल सफ़ेद होना व सिकरी तुलसी की 8 – 10 मि.ली। हर्बल हेयर आयल के साथ मिलाकर सर, माथे तथा कनपटियो पर लगाये।13) कूलर के पानी में तुलसी के 8 – 10 बूँदे डालने से सारा घर विषाणु और रोगाणु से मुक्त हो जाता है, तथा मक्खी – मच्छर भी घर से भाग जाते है |14) जूएं व लीखें तुलसी और नीबू का रस समान मात्रा में मिलाकर सर के बालों की जड़ में अच्छी तरह से लगाये , 3 – 4 घंटे तक लगा रहने दें। और फिर धोये अथवा रात्रि को लगाकर सुबह सर धोएं।। जुएं व लीखें मर जाएगी |15) त्वचा की समस्या में निम्बू रस के साथ तुलसी के 4 – 5 बूँदे डालकर प्रयोग करें।16) तुलसी की दो बूँदे एलो जैल क्रीम में मिलाकर चेहरे पर सुबह व रात को सोते समय लगाने पर त्वचा सुन्दर व कोमल हो जाती है। तथा चेहरे से प्रत्येक प्रकार के काले घेरे, झाइयां, कील मुँहासे व झुरिया नष्ट हो जाती हैं।17) सफ़ेद दाग 10 मि.लि. नारियल के तेल में 20 बूँदें तुलसी डालकर सुबह व रात सोने से पहले अच्छी तरह से मले।18) तुलसी के नियमित उपयोग से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होने लगता है, रक्त के थक्के जमने कम हो जाते हैं, व हार्ट अटैक और कोलैस्ट्रॉल की रोकथाम हो जाती है।19) तुलसी को किसी भी अच्छी क्रीम में मिलाकर लगाने से प्रसव के बाद पेट पर बनने वाले लाइने *(स्ट्रेच मार्क्स)* दूर हो जाते है।
