चंडीगढ़ : 16 अगस्त : आरके शर्मा विक्रमा प्रस्तुति :–शवदाह करने के बाद पीछे मुड़कर क्यों नही देखना चाहिए?
गरुड़ पुराण के अनुसार शवदाह के बाद पीछे मुड़कर नही देखना चाहिए । मृत्यु के बाद श्मशान तक सभी संबंधी जाते हैं और शव को अग्नि के हवाले करने के बाद सभी सगे-संबंधी वापस लौट आते हैं। मृत व्यक्ति की आत्मा वहां मौजूद अपने संबंधियों को देखती है और मोह वश उनके साथ लौटना चाहती है। इसलिए कहते हैं शवदाह के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहिए। इससे व्यक्ति की आत्मा को मोह बंधन से निकलने में आसानी होती है और उसे आगे का सफर आरंभ करना होता है। मृत्यु जीवन का अंतिम सत्य है जिसे कोई टाल नहीं सकता। भगवान श्री कृष्ण ने गीता में कहा है कि जिसने जन्म लिया है उसकी मृत्यु भी निश्चित है और जिसकी मृत्यु हो गई है उसका जन्म भी निश्चित है। श्री कृष्ण के इस कथन से ज्ञात होता है कि जीवन और मृत्यु एक चक्र है जिससे होकर सभी देहधारियों को गुजरना होता है। मृत्यु से जीवन का नया आरंभ होता है इसलिए जीवात्मा का सफर सुखद हो और उसे अगले जन्म में उत्तम शरीर मिले ऐसी कामना करनी चाहिए।