चक्की पुल खंड में बढ़ता जलस्तर क्षेत्र वासियों के लिए बना भयावह दहशत का पर्याय

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चंडीगढ़/ पठानकोट:-05 सितंबर:- हरीश शर्मा/ करण शर्मा/ अनिल शारदा/कंवल रंधावा प्रस्तुति:— नूरपुर के कंडवाल स्थित चक्की सड़क पुल के पिल्लरों को सुरक्षित करने में लगी एनएचएआई व सेना की उम्मीदों को चक्की खड्ड में अचानक बढ़े जलस्तर ने धक्का दिया है। खड्ड में पिल्लरों को सुरक्षित करने के लिए क्रेट के बांध के लगभग आधे हिस्से को पानी अपने साथ बहा ले गया है। पहाड़ों में हो रही बारिश के कारण चक्की खड्ड में रात को 11 बजे जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया तथा रविवार सुबह लगभग 10 बजे खड्ड में पानी का बहाव इतना तीव्र हो गया कि पुल के पिल्लर पी-1 तथा पी-2 की सुरक्षा के लिए लगाए गए क्रेट के लगभग आधे हिस्से को पानी अपने साथ बहा ले गया। जानकारी मिलने तक विभाग द्वारा दोबारा पानी को डायवर्ट करना शुरू कर दिया है तथा जलस्तर सामान्य हो गया है।गौरतलब है कि एनएचएआई व सेना ने संयुक्त मिशन के तहत पानी के एक तरफ होने के कारण चक्की पुल के बाहर आए 2 पिल्लरों को सुरक्षित करने के लिए पानी को डायवर्ट कर बांध का सुरक्षा चक्र बना दिया था तथा ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा था कि खड्ड में आने वाला पानी बांध को ज्यादा नुक्सान नहीं पहुंचाएगा और ट्रैफिक जल्द पुल से सुचारू हो जाएगा लेकिन अचानक खड्ड का जलस्तर ज्यादा होने से बांध को नुक्सान पहुंचा है। वहीं इस संदर्भ में एनएचएआई के प्रोजैक्ट निदेशक कर्नल अनिल सेन ने बताया कि विभाग 24 घंटे पुल पर निगरानी बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि रविवार 2 बजे स्थानीय प्रशासन के साथ उन्होंने पुल का निरीक्षण किया था। खड्ड में जलस्तर बढ़ने के कारण पिल्लरों की सुरक्षा के लिए लगाए गए क्रेट लगभग 60 प्रतिशत निकल गए हैं। उन्होंने कहा कि पुल के पिल्लर सुरक्षित हैं। पानी को डायवर्ट करने का कार्य दोबारा शुरू हो चुका है तथा जो क्रेट निकले हैं, वहां दोबारा से क्रेट वर्क किया जाएगा।

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