चंडीगढ़: 26 मार्च:- अल्फा न्यूज़ इंडिया डेस्क/अजीत झा* : पूरे विश्व में कोराेना वायरस के संक्रमण जोरों पर है। और भारत में भी इस वायरस ने खूब पैर पसार लिए हैं । इस बीमारी से बचने के लिए संपूर्ण भारत में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन घोषित किया गया है । वहीं, चंडीगढ़ में 31 मार्च तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। उक्त कर्फ्यू में IGMCH शिमला की एक नर्स रेखा देवी पिछले कई दिनों से चंडीगढ़ के होटल में फंस गई थी । बढ़ते कोराेना वायरस के कारण इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान महाविद्यालय अस्पताल शिमला की नर्स रेखा देवी को अस्पताल की ओर से शीघ्र ज्वाइन करने की मेल प्राप्त हुई । मुसीबत की घड़ी में जब अपने भी पराए हो जाते हैं और अपना साया भी साथ छोड़ देता है तो ऐसे में अगर कोई मुसीबत में हाथ पकड़ने वाला आ जाए तो उसे फरिश्ता ही कहेंगे। नेक दिल उमेश सिंह वाकई आज नर्स रेखा देवी के लिए एक फरिश्ते की माकिफ जेहन में पहचान बना गया।
चंडीगढ़ में कर्फ्यू के दौरान वह काफी परेशान थीं । काफी कोशिशों के बाद उनकी मुलाकात नेेक दिल उमेश सिंह से हुई । जिन्होंने इस संकट की घड़ी में हताश निराश रेखा देवी को शिमला पहुंचाने की जिम्मेदारी ली । शुल्क लिए बिना इस संकट की घड़ी में रेखा देवी की नौकरी की अहमियत को समझते हुए उनके ड्यूटी स्थान तक पहुंचाया ।
उमेश सिंह ने अल्फा न्यूज इंडिया से बताया कि आज रेखा देवी नर्स का फोन आया। उसने अपनी परेशानी बताई । उमेश सिंह ने महिला नर्स को पूरा आश्वासन दिया कि वह उन्हें अस्पताल तक पहुंचा देंगे । वहीं, नर्स ने इस मुश्किल की घड़ी में उसे अस्पताल पहुंचाए जाने पर समाजसेवी उमेश सिंह का धन्यवाद किया । वहीं, जिसने भी यह वाक्यात सुना उसने मुक्त कंठ से उमेश सिंह की मानवीय संवेदना और भावनाओं की सराहना की ।।