चंडीगढ़: 22 मार्च;- अल्फा न्यूज़ इंडिया डेस्क:–संयुक्त राष्ट्र यानी यूनाइटेड नेशंस ने दुनिया भर के देशों से मौत की सजा को रोक देने या फिर उस पर रोक लगाने की पुरजोर अपील की है। यूएन के महासचिव ऐ गुतरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि वैश्विक संगठन सभी देशों से मौत की सजा का इस्तेमाल बंद करने या उस पर प्रतिबंध लगाने की अपील करता है।। शुक्रवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में यूएन के महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि हम सभी मुल्क से मौत की सजा का इस्तेमाल बंद करने या उस पर पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान करते हैं। एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ दुष्कर्म हिंसा रोकने को फांसी समाधान नहीं है लेकिन एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया ने यह नहीं बताया कि फिर ऐसे दुष्कर्म हिंसा जघन्य अपराधों को रोकने का समाधान क्या है।
हुनर द टैलेंट हंट और अदिति कलाकृति हब आफ हॉबीज एंड हैंडीक्राफ्ट्स की संचालिका व संस्थापिका प्रिंसिपल आर्टिस्ट मोनिका शर्मा आभा ने इस आह्वान पर एक नारी होने के नाते गंभीर चिंता व्यक्त की है। और हैरत जताई है कि महिलाओं को खासकर छोटी बच्चियों को सामूहिक रूप से दैहिक वेदना देते हुए बलात्कार किए जाते हैं। और फिर अपना अपराध दुष्कर्म छुपाने के लिए बहुत ही बेदर्दी से उनको मार दिया जाता है। बेहतर होता यूनाइटेड नेशंस और एमनेस्टी इंटरनेशनल इंडिया लोगों से आह्वान करते कि ऐसे अपराध ना हों इनकी पुनरावृत्ति ना हो ऐसा माहौल पैदा किया जाए। ऐसे संस्कार प्रचारित प्रसारित किए जाएं। और महिलाओं की जिन्हें जगत जननी का प्रतिष्ठित पद दिया गया है। उनके प्रति सम्मान और सुरक्षा की भावना पैदा की जाए। हाल ही में निर्भया केस पर निर्भया के दुष्कर्म व हत्या के चार जालिम गुनहगारों को फांसी दी गई है। उनको फांसी देने के बाद यह आह्वान किए गए हैं। लेकिन किसी ने भी महिलाओं को सम्मान, सुरक्षा और स्वतंत्रता से जीने की खुली आजादी की बात नहीं की है। इससे महिलाओं में भय और आशंका की असुरक्षा की भावना का जागृत होना स्वाभाविक है।।