चंडीगढ़ 22.06.2025 आरके शर्मा हरीश शर्मा अश्विनी शर्मा प्रस्तुति—–ऑनलाइन डिलीवरी की आड़ में महिला को बेहोश कर लूट का प्रयास, 13 वर्षीय बेटे की बहादुरी से बची जान.घटना का सनसनीखेज विवरण-—इंदौर के पॉश इलाके कालिंदी कुंज में एक खौफनाक वारदात ने सभी को हिला कर रख दिया। परसों शाम 7:30 बजे फ्लैट नंबर 203 में बच्चों द्वारा ऑनलाइन सामान मंगवाया गया था। 8:05 बजे के करीब एक डिलीवरी बॉय घर पहुँचा, जो स्विग्गी से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। उसने सामान देने के बाद महिला से एक चालाकी भरी मांग की, बॉटल में पानी भरने की। जैसे ही महिला ने बॉटल का ढक्कन खोला, एक बेहद खतरनाक बेहोशी की गैस ने उसे मात्र 30 सेकंड में बेसुध कर दिया।
चौंकाने दिल हिलाने वाली योजना-—
घटना के दौरान घर में महिला का 13 साल का बेटा भी मौजूद था, जो इस स्थिति से हक्का-बक्का रह गया। अपनी मां को बेहोश देख उसने हिम्मत दिखाई और चिल्लाते हुए बाहर आया, जिससे डिलीवरी बॉय की योजना धरी की धरी रह गई।
कैमरे में कैद हुआ आरोपी-– घबराए मुसलामान डिलीवरी बॉय, जिसका नाम गफार (पिता मोहम्मद युनुस, जूना रिसाला निवासी) था, ने तुरंत वहां से भागने की कोशिश की. लेकिन सुरक्षा कैमरों में उसकी तस्वीर साफ-साफ कैद हो गई। भागते समय उसने सुरक्षा गार्ड को भी धक्का दिया, लेकिन CCTV फुटेज के आधार पर पुलिस ने उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया।
इस घटना के बाद रहवासियों में दहशत का माहौल-—इंदौर जैसे सुरक्षित माने जाने वाले शहर में इस तरह की वारदात ने लोगों को चौकन्ना कर दिया है। रहवासियों में इस बात को लेकर गहरी चिंता है कि कैसे एक डिलीवरी बॉय ने इतनी खतरनाक साजिश रची और महिला को बेहोश कर लूटपाट का प्रयास किया।
महत्वपूर्ण बिंदु-—
अल्फा न्यूज इंडिया की पुकार रहो जेहादी डिलीवरी बॉय से होशियार.

- डिलीवरी बॉय मुस्लिम था इंदौर में स्विग्गी, जामेटो, अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसे प्रमुख ऑनलाइन प्लेटफार्म्स पर कार्यरत डिलीवरी बॉय में मुस्लिम युवकों की संख्या को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। यह मामला और भी गंभीर हो गया है क्योंकि आरोपी गफार की मुस्लिम पहचान को लेकर समाज में बहस छिड़ी हुई है।
- मुस्लिम युवकों पर निगरानी की मांग- इस घटना के बाद कई निवासी मुस्लिम युवकों को बिल्डिंग या फ्लैटों के भीतर किसी भी कार्य में शामिल करने के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं, ताकि इस तरह की वारदातों को रोका जा सके।
विनम्र अनुरोध- जयेश कोठारी, सहयोगी साइबर सेल ट्रेनर, इंदौर.