
चंडीगढ़ पंचकूला 29 अप्रैल 2025 हरीश शर्मा अश्वनी शर्मा प्रस्तुति — खाकी वर्दी ने जब-जब अपनी ड्यूटी ईमानदारी से निभाई उसे लज्जित होना ही पड़ा कर्तव्य परायणयता के लिए जलील होना वर्दी की मजबूरी बन चुकी है चाहे फिर वह सेवा के सैनिक ने या फिर पुलिस के जवान या अधिकारी ने या डॉक्टर अध्यापक ने पहनी हो अपने से कम शिक्षित लोगों से जलील होना मुकद्दर बन चुका है। इस वक्त सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही हरियाणा से न्यूज़ मैं भारतीय जनता पार्टी का कोई बड़ा नेता जींद के खाकी वर्दी में सुशोभित डीएसपी को पास बैठ कर कथित रूपसे जलालत का जाम पिला रहा है। क्योंकि अधिकारी डीएसपी ने अपनी ड्यूटी ईमानदारी से अदा की है। परिणाम स्वरूप उन्हें बेइज्जती के घूंट पीने पड़ रहे हैं। “इस पुलिस अधिकारी की बस इतनी गलती थी की मुख्यमंत्री नायब सैनी के सिक्योरिटी प्रोटोकॉल के चलते DSPडीएसपी जींद मिस्टर राणा ने BJP नेता मनीष सिंगला को नहीं पहचाना और आगे नहीं आने दिया। अब मनीष सिंगला DSPडीएसपी जींद को ज़लील करते हुए अपने साथ में बैठा कर माफी मंगवा रहे हैं एक DSPडीएसपी से सरे-आम आम माफ़ी मंगवाकर देखिए डीएसपी बैठा कैसे है। क्या अब नेताओ के बेटे, मामा और फूफा को भी जी हजूरी इस लेवल के पुलिस अधिकारियों से करवाएगी। नायब सरकार कौन है मनीष सिंगला, क्या यह विधायक है मंत्री है नहीं बस एक पूर्व मंत्री का बेटा।। डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ़ पुलिस कोई छोटा अधिकारी नहीं होता जो हर किसी के लिए माफी मांगता फिरे। लेकिन इस सरकार ने सभी हदें पार कर दी है। यह इज्जत है भाजपा सरकार में खाकी वर्दी की”। इस पर तो मुख्यमंत्री को भी तत्काल प्रभावसे संज्ञान लेना चाहिए। आखिर भारती संविधान पहनाता है। यह राष्ट्रीय सम्मान की धरोहर है। ।।।