चण्डीगढ़ / मनीमजरा 16 जूनः अल्फा न्यूज़ इंडिया प्रस्तुति —नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा अनेक भाषाओं का सहारा लेते हुए प्यार, नम्रता, करूणा, दया, सहनशीलता को अपनाने व इन्सानियत के रास्ते पर चलना ही हर इन्सान का कर्तव्य है, का संदेश दिया गया। इन गुणों को अपनाने के लिए आयु का कोई सम्बन्ध नहीं होता इसलिए इन बच्चों की ज़बान चाहे तोतली थी इनकी आयु भी कम थी लेकिन इनके द्वारा अनेक रूपों में दिए गए सन्देश सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज द्वारा दी जा रही शिक्षाओं से भरपूर थे, ये उद्गार यहां मोली जागरण रोड में स्थित सन्त निरंकारी सत्संग भवन के मनीमजरा एरिया के बाल समागम की अध्यक्षता करते हुए चंडीगढ़ जोन के जोनल इंचार्ज श्री ओ पी निरंकारी जी ने व्यक्त किए ।इस बाल समागम मे बच्चों ने गीत, कविता, कव्वाली, स्किट आदि एवं कई प्रकार सांस्कृतिक कार्यक्रम बहुत ही सुंदर ढंग से प्रस्तुत किए। इन कार्यक्रमों के लिए बच्चे कई दिनों से तैयारी में जुटे थे । बच्चों द्वारा पेश की गई हर आईटम़ से केवल बच्चों को ही नहीं बल्कि बड़ों को भी निरंकारी मिशन के सिद्धान्त, गुरमत व इन्सानियत के मार्ग पर चलने के बारे में जानकारी हासिल हुई ।श्री निरंकारी जी ने कहा कि आज के बच्चे कल के राष्ट्र निर्माता हैं। यदि बच्चों में बचपन से ही झुकने के मार्ग व सहनशीलता व इन्सानियत के मार्ग पर चलाया जाए तो बड़े होकर यही बच्चे न केवल माता-पिता की सेवा करेंगे बल्कि एक आदर्श नागरिक बन कर समाज व देश के भी सेवक सिद्ध होंगे । इस अवसर पर श्री अमरजीत सिंह जी मुखी मनीमजरा एरिया, ने चंडीगढ़ के संयोजक, ज़ोनल इंचार्ज और सभी एरिया के आए हुए मुखियों, बच्चों और साध संगत का धन्यवाद किया।