वन माफिया की वीडिओ बनाई, दादी के सहारे होशियार ने जान गवाई,मामला कत्ल हुआ दर्ज

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वन माफिया की वीडिओ बनाई, दादी के सहारे होशियार ने जान गवाई,मामला कत्ल हुआ दर्ज  

चंडीगढ़ /मंडी [हिप्र] ; 10 जून ; अल्फ़ा न्यूज इंडिया टीम ;——मोदी के राज में सच बोलने और अनैतिक कार्यों को रोकने का इनाम पत्रकारों और बाबुओं सहित वर्दीधारी चाहे वो जवान हैं या पुलिस के मुस्तैद कर्मी हैं ! आम जनता भी सच बोलने की कीमत वक़्त बेवक़्त अदा करते रहते हैं ! ऐसे ही दिल दहला देने वाला हादसा देव भूमि मंडी जिला में हुआ ! तकरीबन इक हफ्ते से वन रक्षक [फारेस्ट गार्ड ] होशियार सिंह उम्र 22 साल संदेह भरी परिस्थितियों में गायब हो गया था ! वो अपनी दादी का इकलौता सहारा था ! मातापिता तो उसको बचपन में ही अनाथ कर के भगवान की सम्मत रुखसत हो गए थे ! तो साफ सी बात है इस गायब हुए वन रक्षक को कौन खोजता ?? कटांडा वन बीट एरिया में तैनात होशियार सिंह ने अपनी दर्दनाक कत्ल से पूर्व वन माफिया की कोई बड़े राज से पर्दा फाश करने वाली वीडियो बनाने में कामयाबी पाई थी ! अब इस से आगे क्या लिखना जरूरी रह जाता है ! अपनी ड्यूटी क्षेत्र में देवदार के पेड़ से उल्टा लटकता हुआ होशियार सिंह का शव सारी कहानी बयान कर रहा था ! पेड़ की मजबूत शाखा से उलटे शव का सर बखूबी टकराया हुआ था ! कमीज आदि नदारद थी तो पेण्ट और अंडरगार्मेंट नजर आ रहे थे ! बाजू धरती की और लटके हुए थे ! पुलिस इत्तला मिलते घटनास्थल पर पहुंची और शव को पेड़ से उतारा गया कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया ! 

                           होशियार सिंह बीती तीन जून से लापता था ! दोघरी  जंझेली थुनाग मंडी का ये गभरु जवान बेमौत कत्ल का शिकार हुआ या हादसे के पीछे की तस्वीर कुछ और है ये अब पुलिस की जाँच का हिस्सा है ! करसोड़ थाना में होशियारसिंह की गुमशुदगी की रपट दर्ज है ! शव को कब्जे में लेने के लिए मंडी के डीएसपी और सुंदरनगर के डीएसपी  संयुक्त रूप से आये थे ! मौके पर शव के लटके होने की दशा के मद्देनजर हत्या का मामला दर्ज किया गया ! पुलिस के अफसरों को होशियार सिंह की इस मामले में बेशकीमती गवाह बनने वाली डायरी हस्तगत हुई है ! इसमें अनेकों वन अफसरों के नाम दर्ज जिन्हों ने होशियार सिंह को कई मायनो में परेशान और खूब टार्चर किया ! ये डायरी के पन्ने अब कई बड़े खुलासे करेंगे और मीडिया की मुस्तैदी के चलते कई बड़े वन विभाग से जुड़े अधिकारीयों और उनके आकाओं नेताओं सफेदपोशों के काले चिट्ठे सब के सामने होंगे ! कई ब्यूरोक्रेट्स सहित सियासतदानों के आपसी तार मिले होने के रास्ते दृष्टिगोचर होंगे ! स्टेट भर के बड़े अनेकों आकाओं के अनेकों मोबाइल फोन घनघनायेंगे !   पुलिस की ईमानदार छवि और कार्यप्रणाली की  दांव पर है ! देखना ये है कि होशियार सिंह के बेरहम कत्ल से कितने सफेद नकाबपोश बेनकाब होंगे या फिर सब हमाम में नंगे साबित होंगे ! पुलिस और पब्लिक सहित प्रेस की भूमिका अहम रहेगी तभी होशियारसिंह की बहादुरी और ईमानदारी की कीमत अदा होगी !   

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