चंडीगढ़ 17 जुलाई अल्फा न्यूज़ इंडिया प्रस्तुति — भारत माता का वीर देशभक्त सरदार मोहन सिंह, जिन्होने दूसरे विश्व युद्ध में जर्मन के लिए लड़ाई लड़ी थी। युद्ध जीतने के बाद हिटलर ने उन्हें इनाम देना चाहा तो सरदार मोहन सिंह ने कहा कि हमें अच्छे से अच्छे हथियार दीजिए, क्योंकि हमें अपने देश को आजाद करवाना है। हिटलर ने फिर उन्हें जो हथियार दिये, वही हथियार आजाद हिन्द फौज ने इस्तेमाल किए और सही मायने मे इस लड़ाई में रंगून में 50 हजार से ज्यादा अंग्रेजी फौज के मारे जाने के बाद ही अंग्रेजो ने भारत छोड़ने का फैसला लिया था। इसमें गाँधी और नेहरू व काँग्रेस का कोई योगदान नहीं था। बाद में इन काँग्रेसियो ने आजादी का सारा श्रेय नेहरू गाँधी के चरखे को दिया। सरदार मोहन सिंह जैसे महान योद्धा का नाम भारत के इतिहास से गायब कर दिया ।