जापान की ओलंपिक रेसलर काओरी इचो नहीं हारी कभी भी

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टोक्यो 13 जुलाई अल्फा न्यूज़ इंडिया प्रस्तुति— पेरिस ओलिंपिक चंद ही दिनों में शुरू होने वाला है। उससे पहले हम आपको ऐसे एथलीट के बारे में बता रहे हैं, जो ओलिंपिक में कभी नहीं हारे। इसी क्रम में आज हम आपको जापान की रेसलर काओरी इचो के बारे में बताते हैं। पेरिस में 26 जुलाई से ओलिंपिक की शुरुआत हो रही है। जापान की रेसलर काओरी इचो ओलिंपिक इतिहास की सबसे सफल एथीलट में गिनी जाती हैं। हालांकि इसके बाद भी काफी कम लोगों को उनके बारे में पता है।

20 साल की उम्र में पहला गोल्ड – काओरी इचो ने 2004 एथेंस ओलिंपिक में डेब्यू किया था। 20 साल की उम्र में उन्होंने लगातार 4 मैच जीतकर 63 किग्रा कैटेगरी में गोल्ड जीता। इसके बाद 2008 बीजिंग और 2012 लंदन ओलिंपिक में भी इचो ने इसी कैटेगरी में गोल्ड पर कब्जा जमाया।

कैटेगरी बदलकर 2016 में चैंपियन –

2016 रियो ओलिंपिक में इचो 58 किग्रा

कैटेगरी में मैट पर उतरीं। रूस की वेलेरिया

-कोब्लोवा को हराकर इचो ने गोल्ड मेडल पर

कब्जा जमाया। इसी कैटेगरी में भारत की साक्षी

मलिक ने भी ब्रॉज मेडल जीता था।

इचो के नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड भी – काओरी इचो के नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड भी है। वह लगातार चार ओलिंपिक गेम्स में व्यक्तिगत मेडल जीतने वाली दुनिया की पहली महिला एथलीट हैं। अपने पूरे ओलिंपिक करियर में वह एक भी मुकाबला नहीं हारीं। रेसलिंग में एक भी मैच हारने पर गोल्ड की उम्मीद खत्म हो जाती है।10 बार की वर्ल्ड चैंपियन – इचो को2003 से 2016 के बीच एक भी रेसलिंग मैच में हार नहीं मिली। वह 10 बार की वर्ल्ड चैंपियन भी हैं। 2006 एशियन गेम्स में भी उन्होंने गोल्ड पर कब्जा जमाया था। उन्होंने 2020 टोक्यो ओलिंपिक में हिस्सा नहीं लिया था।बहन भी है ओलिंपिक मेडलिस्ट – 37साल की इचो को जापान के पीपुल्स ऑनर अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है। यह जापान का सबसे बड़ा अवॉर्ड में शामिल है। काओरी की बहन चिहारु इचो भी ओलिंपिक मेडलिस्ट हैं। 48 किग्रा कैटेगरी में उन्होंने 2004 और 2008 में सिल्वर जीता था। मुकाबला नहीं हारीं। रेसलिंग में एक भी मैच10 बार की वर्ल्ड चैंपियन – इचो कोहारने पर गोल्ड की उम्मीद खत्म हो जाती है। 2003 से 2016 के बीच एक भी रेसलिंग मैच में हार नहीं मिली। वह 10 बार की वर्ल्ड चैंपियन भी हैं। 2006 एशियन गेम्स में भी उन्होंने गोल्ड पर कब्जा जमाया था। उन्होंने 2020 टोक्यो ओलिंपिक में हिस्सा नहीं लिया था।बहन भी है ओलिंपिक मेडलिस्ट – 37साल की इचो को जापान के पीपुल्स ऑनर अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है। यह जापान का सबसे बड़ा अवॉर्ड में शामिल है। काओरी की बहन चिहारु इचो भी ओलिंपिक मेडलिस्ट हैं। 48 किग्रा कैटेगरी में उन्होंने 2004 और 2008 में सिल्वर जीता था।

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