वाह चाय! चाय का रिजल्ट हाय हाय हाय तौबा: वैद्य कौशल

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चंडीगढ़: 15 जून:-आरके विक्रमा शर्मा हरीश शर्मा:—-चाय अंग्रेजों की देन है। और देसी कहवा काढ़े गर्म पेय आदि भूगोलीय वातावरण और भारतीय चरक संहिता सुषेण वैद्य आदि चिकित्सा महर्षि समाज की अनुपम देन है। जाने-माने वैद्य कौशल जी अल्फा न्यूज़ इंडिया के माध्यम से नाना प्रकार की चिकित्सा परामर्श निशुल्क उपलब्ध करवाते हैं। और स्वयं भी अनेकों दुर्लभ जड़ी बूटियां से बनी दवाइयां भी उपलब्ध करवाते हैं जो बहुत ही सस्ते और सरल माध्यम से उपलब्धहोती हैं यह लाभ लेने वाले इच्छुक लोग अल्फा न्यूज़ इंडिया कार्यालय मोबाइल नंबर 9872 886 540 व्हाट्सएप पर संपर्क कर सकते हैं परामर्श बिल्कुल निशुल्क रहता है दवाइयां का चार्ज ही लिया जाता है। और हर रोग का तसल्ली भरा परिणाम देना ही वैद्य कौशल की पहचान है।

भारतीय चाय के हमारे स्वास्थ्य पर भयंकर दुष्प्रभाव….**चाय पीने वाले जरूर पढ़े…*सिर्फ दो सौ वर्ष पहले तक भारतीय घर में चाय नहीं होती थी। आज कोई भी घर आये अतिथि को पहले चाय पूछता है।ये बदलाव अंग्रेजों की देन है।कई लोग ऑफिस में दिन भर चाय लेते रहते है, यहाँ तक की उपवास में भी चाय लेते है।किसी भी डॉक्टर के पास जायेंगे तो वो शराब, सिगरेट, तम्बाखू छोड़ने को कहेगा, पर चाय नहीं,क्योंकि यह उसे पढ़ाया नहीं गया और वह भी खुद इसका गुलाम है.परन्तु किसी अच्छे वैद्य के पास जाओगे तो वह पहले सलाह देगा चाय ना पियें।चाय की हरी पत्ती पानी में उबाल कर पीने में कोई बुराई नहीं परन्तु जहां यह फर्मेंट हो कर काली हुई सारी बुराइयां उसमे आ जाती है।*आइये जानते है कैसे?**अंत में विकल्प ज़रूर पढ़ लें:-*हमारे गर्म देश में चाय और गर्मी बढ़ाती है, पित्त बढ़ाती है।चाय के सेवन करने से शरीर में उपलब्धविटामिन्स नष्ट होते हैं।इसके सेवन से स्मरण शक्ति में दुर्बलता आती है।चाय का सेवन लिवर पर बुरा प्रभाव डालता है।*अब जानिये चाय के 20 अद्भुत दुष्प्रभाव…*1. चाय का सेवन रक्त आदि की वास्तविक उष्मा को नष्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।2. दूध से बनी चाय का सेवन आमाशय पर बुरा प्रभाव डालता है और पाचन क्रिया को क्षति पहुंचाता है।3. चाय में उपलब्ध कैफीन हृदय पर बुरा प्रभाव डालती है, अत: चाय का अधिक सेवन प्राय: हृदय के रोग को उत्पन्न करने में सहायक होता है।4. चाय में कैफीन तत्व 6% मात्रा में होता है जो रक्त को दूषित करने के साथ शरीर के अवयवों को कमजोर भी करता है।5. चाय पीने से खून गन्दा हो जाता है और चेहरे पर लाल फुंसियां निकल आती है।6. जो लोग चाय बहुत पीते है उनकी आंतें जवाब दे जाती है।कब्ज घर कर जाती है और मल निष्कासन में कठिनाई आती है।7. चाय पीने से कैंसर तक होने की संभावना भी रहती है।8. चाय से स्नायविक गड़बडियां होती हैं, कमजोरी और पेट में गैस भी।9. चाय पीने से अनिद्रा की शिकायत भी बढ़ती जाती है।10. चाय से न्यूरोलाजिकल गड़बड़ियां आ जाती है।11. चाय में उपलब्ध यूरिक एसिड से मूत्राशय या मूत्र नलिकायें निर्बलहो जाती हैं, जिसके परिणाम स्वरूप चाय का सेवन करने वालेव्यक्ति को बार-बार मूत्र आने की समस्या उत्पन्न हो जाती है।12. इससे दांत खराब होते है।रेलवे स्टेशनों या टी स्टालों पर बिकने वाली चाय का सेवन यदि न करें तो बेहतर होगा क्योंकि ये बरतन को साफ किये बिना कई बार इसी में चाय बनाते रहते हैं जिस कारण कई बार चाय विषैली हो जाती है। चाय को कभी भी दोबारा गर्म करके न पिएं तो बेहतर होगा।13. बाज़ार की चाय अक्सर अल्युमीनियम के भगोने में खदका कर बनाई जाती है।चाय के अलावा यह अल्युमीनियम भी घुल कर पेट की प्रणाली को बार्बाद करने में कम भूमिका नहीं निभाता है।14. कई बार हम लोग बची हुई चाय को थरमस में डालकर रख देते हैं इसलिए भूलकर भी ज्यादा देर तक थरमस में रखी चाय का सेवन न करें। जितना हो सके चायपत्ती को कम उबालें तथा एक बार चाय बन जाने पर इस्तेमाल की गई चायपत्ती को फेंक दें।15. शरीर में आयरन अवशोषित ना हो पाने से एनीमिया हो जाता है। इसमें मौजूद कैफीन लत लगा देता है। लत हमेशा बुरी ही होती है।16. ज़्यादा चाय पिने से खुश्की आ जाती है। आंतों के स्नायु भी कठोर बन जाते हैं।17. चाय के हर कप के साथ एक या अधिक चम्मच शकरली जाती है जो वजन बढाती है।18. अक्सर लोग चाय के साथ नमकीन, खारे बिस्कुट, पकौड़ी आदि लेते है। यह विरुद्ध आहार है। इससे त्वचा रोग होते है।19. चाय से भूख मर जाती है, दिमाग सूखने लगता है, गुदा और वीर्याशय ढीले पड़ जाते हैं। डायबिटीज़ जैसे रोग होते हैं। दिमाग सूखने से उड़ जाने वाली नींद के कारण आभासित कृत्रिम स्फूर्ति को स्फूर्ति मान लेना, यहबड़ी गलती है।20. चाय-कॉफी के विनाशकारी व्यसन में फँसे हुए लोग स्फूर्ति का बहाना बनाकर हारे हुए जुआरी की तरह व्यसन में अधिकाधिक गहरे डूबते जाते हैं।वे लोग शरीर, मन, दिमाग और पसीने की कमाई को व्यर्थ गँवा देते हैं और भयंकर व्याधियों के शिकार बन जाते हैं।*चाय का विकल्प*👉 पहले तो संकल्प कर लें की चाय नहीं पियेंगे।दो दिन से एक हफ्ते तक याद आएगी; फिर सोचोगे अच्छा हुआ छोड़ दी।एक दो दिन सिर दर्द हो सकता है! 👉 सुबह ताजगी के लिए गर्म पानी ले।चाहे तो उसमे आंवले के टुकड़े मिला दे।थोड़ा एलो वेरा मिला दे।👉 सुबह गर्म पानी में शहद निम्बू डाल के पी सकते है।गर्म पानी में तरह तरह की पत्तियाँ या फूलों की पंखुड़ियां दाल कर पी सकते है।जापान में लोग ऐसी ही चाय पीते है और स्वस्थ और दीर्घायु होते है।👉 कभी पानी में मधुमालती की पंखुड़ियां, कभी मोगरे की, कभी जासवंद, कभी पारिजात आदि डाल कर पियें।👉 गर्म पानी में लेमन ग्रास, तेजपत्ता, पारिजात आदि के पत्ते या अर्जुन की छाल या इलायची, दालचीनी इनमे से एक कुछ डाल कर पिये।ईश्वर आपको दीर्घायु प्रदान करे।*स्वाद ऐसा जो दिल को छू जाए*👌*गौ अमृतम् आरोग्य वर्धक मसाला*☕☕*₹250 की कांच की बॉटल 100ग्राम वजन।*मानसिक तनाव, सरदर्द, खांसी जुखाम, बुखार, सर्दी टौंसिल्स, फैसग्लो थाइरॉइड हृदय बल्कि पूरे शरीर का कायाकल्प हो जायेगा ।                immunity बढ़ाएं पाचन तंत्र को मजबूत करे। रोगप्रतिरोधक कारक शक्ति को बढ़ाए पुरे दिन की थकान को दूर करे।और कई सारे लाभ इस एक ही मसाले से *इसे आप दुध में , चाय में,और काढ़ा बनाकर पी सकते हैं।

चाय मसाला के फायदे:-मानसिक तनाव, सिरदर्द, खांसी, सर्दी, बुखार, कोल्ड टॉन्सिल, चेहरे की चमक, थायरॉइड हार्ट, रोजाना सेवन से पूरा शरीर तरोताजा हो जाएगा। पेट में गैस की समस्या से राहत मिलेगी। शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनायें। कफ जैसी बीमारियों में फायदेमंद। और भी बहुत से फायदे शरीर अपनी तासीर मुताबिक ग्रहणशील है। देसी जड़ी बूटी का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है।

इस के फायदेपेट में गैस जेसी समस्या से राहत दे।शरीर की इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाये।कफ जैसे रोगों में फायदेमंद।और अनेक फायदे*🫖🌿🍵 *शांतिधारा आयुर्वेदिक पेय* *(Herbal Tea)*🍵 🌿🫖*🧘🏻हम अपने 💪🏻 शारीरिक स्वास्थ्य (Physical Health) का ध्यान हर पल रखते है।🏊🏻🚴🏻🤒पर रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity)🫀 और मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health)🧠 का ध्यान रखना कही भूल जाते है।🥱इसीलिए 🙏 *१०८ आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज* 🙏 के आशीर्वाद से 🐂 शांतिधारा आपके लिए लायी है, ३० से अधिक 🌿जड़ी बूटियों से निर्मित 🫖🌿🍵 *शांतिधारा आयुर्वेदिक पेय* (Herbal Tea)🍵🌿🫖जिसे 🍶पानी या 🥛दूध के साथ उबालकर आसानी से बनाया जाता है, और इसका लाभ हर ☀️☃️⛈️मौसम में सभी 👨‍👨‍👧‍👧उम्र के लोग ले सकते है।🍵शांतिधारा आयुर्वेदिक पेय🍵 हृदय रोग🫀कोलेस्ट्रॉल 🧊डाइबिटीज, मोटापा, सर्दी-जुकाम🤧अपच जैसी बहुत सी समस्याओं में लाभकारी है। साथ ही चिंता, तनाव, 🥱 आलस, 💆🏻‍♂️थकान, 😔ऊर्जा में कमी और 🤕सिरदर्द जैसी 🧠 मानसिक परेशानियों को कम करने में असरदायक है।*मात्रा: 100 ग्राम मूल्य: 150₹*।*कुरियर सेवा अलग से रहेंगी जी धन्यवाद जय गौमाता जय गोपाल जय आर्युवेद।* *अधिक जानकारी और ऑर्डर हेतु संपर्क करें गौ वात्सल्य, गौ सेवक,प्रकृति प्रेमी, आर्युवेद एवं पंचगव्य उत्पाद प्रचारक, नितीन जैन 8087058870*🙏🐂🕉️🙏

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