युपी/बरेली/बहेड़ी :07 सितंबर:- आरके विक्रमा शर्मा/ करण शर्मा/अनिल शारदा/ राजेश पठानिया/दिलीप शुक्ला प्रस्तुति:–— नारी तेरे रूप अनेक। कहीं दर्शन करके पूजते, कहीं रूह कांपती रूप तेरा देख।। एक अनार और द बीमार की कहावत की बानगी में एक महिला सिपाही को लेकर थाने में कई दिनों की तनातनी के बाद सोमवार रात दो सिपाहियों के बीच गोली चल गईं। दोनों सिपाहियों के अलावा एसएसपी ने इस घटना को छिपाने और कोई कार्रवाई न करने पर थाने में तैनात दोनों इंस्पेक्टर समेत पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। सीओ को घटना की जांच का आदेश दिया गया है।
पुलिस अफसरों के मुताबिक थाना बहेड़ी में बतौर मुंशी तैनात सिपाही मोनू पांडेय के महिला सिपाही से काफी दिनों से नजदीकी संबंध थे। कुछ समय से थाने में ही तैनात सिपाही योगेश चाहल भी महिला सिपाही के पीछे पड़ गया था। दोनों के बीच कई दिनों से तनातनी चल रही थी। चार दिन पहले मोनू और योगेश के बीच महिला सिपाही के घर के बाहर ही मारपीट तक हो गई थी। यह घटना इंस्पेक्टर बहेड़ी सतेंद्र भड़ाना की जानकारी में भी आई लेकिन उन्होंने इसे रफादफा कर दिया।
सोमवार रात मोनू और योगेश के बीच थाने में ही झड़प हो गई। बात इतनी बढ़ी कि सिपाही मोनू ने एक दरोगा की ड्यूटी के बाद जमा की गई सरकारी रिवाल्वर से एक-एक कर दो गोलियां चला दीं। गोली किसी को लगी तो नहीं लेकिन इस घटना से थाने में हड़कंप मच गया। स्टाफ ने आननफानन थाने का गेट बंद कर सिपाही मोनू और योगेश को समझाकर अलग किया। इंस्पेक्टर सतेंद्र भड़ाना इस दौरान थाने में ही मौजूद थे लेकिन उन्होंने न सिपाहियों पर कोई कार्रवाई की न उच्चाधिकारियों को घटना की सूचना दी।
रात में ही किसी और जरिये से एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज को घटना की जानकारी मिली तो उन्होंने एसपी क्राइम मुकेश प्रताप सिंह को थाना बहेड़ी भेजा। एसपी क्राइम ने थाने पहुंचकर रात दो बजे तक पुलिसकर्मियों से पूछताछ की और फिर पूरा वाकया एसएसपी को बताया। इसके बाद एसएसपी ने सिपाही मोनू पांडेय, योगेश चाहल और मनोज के साथ इंस्पेक्टर सतेंद्र भड़ाना और इंस्पेक्टर क्राइम अनिल कुमार को सस्पेंड कर दिया।