चण्डीगढ़: 05 सितंबर:- आरके विक्रमा शर्मा+करण शर्मा प्रस्तुति:— स्थानीय गांव सारंगपुर के नर्मदेश्वर महादेव शिव मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव श्री कृष्ण जन्म से लेकर छठी तक निरंतर भजन कीर्तन और राधा कृष्ण गुणगान सांयकालीन कार्यक्रम में बड़े हर्शोल्लास के साथ किया गया। छठी के दिन मंदिर में दैनिक आरती के बाद गीत भजन के साथ साथ सांस्कृतिक आयोजन भी किया गया। जिसमें महिलाओं तथा बच्चों ने खूब नाच नाच कर आंनद मनाया। रात्रि के प्रथम प्रहर में अपने चहेते कान्हा को भावभीनी बिदाई देते हुए भक्त भावुक हो उठे। कृष्णा की बिदाई के अवसर पर विशेष रूप से मिठाई इत्यादि वितरण के साथ साथ कढ़ी चावल का भंडारा भी लगाया गया। कान्हा के जन्म महोत्सव के उपलक्ष्य में नीर्मदेश्वर महादेव शिव मंदिर सारंगपुर परिसर में नीम पीपल जामुन आमला अमरूद व नीबू के पौधों के साथ साथ रुद्राक्ष और बेल के पौधे भी लगाए गए। इस अवसर पर भारतीय वायुसेना से सेवा निवृत्त फ्लाइट इंजीनियर प्रभु नाथ शाही ने कहा कि वृक्ष हमारे भगवान हैं। इनकी सुरक्षा और परवरिश हमारा परम कर्तव्य है। चण्डीगढ़ गायत्री परिवार के समन्वयक श्री प्रकाश चंद शर्मा ने बताया कि अथर्ववेद में फलदार और औषधीय पौधे लगाने और उन्हें अपने परिवार का सदस्य समझते हुए उनकी उचित देख भाल करने का विशेष महत्व है। श्री नर्मदेश्वर महादेव शिव मंदिर व गायत्री मानस चेतना केंद्र सारंगपुर के व्यवस्थापक श्री यशपाल तिवारी ने श्री कृष्ण जन्म महोत्सव की सबको बधाई और शुभकामनाएं देते हुए बाल गोपाल कान्हा को विदा किया। तथा नर्मदेश्वर महादेव सेवा समिति की ओर से तमाम आस्थाबानो का धन्यवाद किया। गायत्री परिवार ट्रस्ट चंडीगढ़ के मुख्य प्रबंधक ट्रस्टी श्री उमा शंकर शर्मा ने महोत्सव के समापन पर भावात्मक विदाई देते हुए कहा कि पूर्ण कार्यक्रम के अंतिम चरण में सामूहिक यज्ञ भी किया गया। इस संकल्प के साथ की आने वाले समय में अन्य पर्व भी हर्षोल्लास के साथ मिलकर मनाए जाएंगे।