जन्माष्टमी का व्रत करने से तीन जन्मों के जाने अनजाने किए पापों से मिलेगी मुक्ति

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चंडीगढ़ : 28 अगस्त:– आर के विक्रमा शर्मा प्रस्तुति:– शहर के ऋषि नगर स्थित विश्वकर्मा मंदिर के पुजारी आचार्य राममेहर शास्त्री ने कहा है कि इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 30 अगस्त भाद्रपद मास कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि रोहिणी नक्षत्र वृष राशि के चंद्रमा हर्षण योग और दिन सोमवार और सर्वार्थ सिद्धि योग में मनाई जाएगी। शास्त्री ने बताया अबकी बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर बहुत ही अद्भुत संयोग बन रहा है जो आठ वर्षों बाद बना है।

आचार्य राममेहर शास्त्री ने शनिवार को बताया कि हिंदू पंचांग के अनुसार 30 अगस्त को सुबह 7.47 बजे हर्षण योग आ रहा है। ज्योतिष शास्त्र में हर्षण योग को बेहद शुभ व मंगलकारी माना गया है। हर्षण योग में किए जाने वाले सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। इसके अलावा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन कृतिका व रोहिणी नक्षत्र भी रहेगा। आचार्य राममेहर शास्त्री ने बताया कि निर्णय सिंधु के अनुसार ऐसे संयोग जब जन्माष्टमी पर बनते हैं तो ऐसे अवसर को हाथ से नहीं जाने देना चाहिए। इस संयोग में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का व्रत करने से 3 जन्मों के जाने अनजाने में किए हुए पापों से मनुष्य मुक्त हो जाता है। इस बार सप्तमी वृद्धा और नवमी वृद्धा का भी कोई चक्कर नहीं है। ऐसे में स्मार्त और वैष्णो दोनों के लिए 30 अगस्त को जन्माष्टमी का व्रत करना उत्तम रहेगा। कृष्ण जन्म होने से पहले रात 11 बजकर 40 मिनट पर चंद्रमा के भी दर्शन हो जाएंगे। साभार जगतक्रांति।

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