पहलगाम के नरसंहार के विरोध में हिंदुओं के रोष प्रदर्शन में मुस्लिम घुसपैठिए ने लगाए पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे हिंदूओं ने बड़ी मुश्किल से बचाया

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चंडीगढ़ 24-04-2025 आर विक्रमा अनिल शारदा पंकज राजपूत प्रस्तुति— स्थानीय प्लाजा सेक्टर 17 में 22 अप्रैल को श्रीनगर पहलगाम के टूरिस्ट स्पॉट पर मुसलमान आतंकियों द्वारा चुन चुन कर हिंदुओं का नरसंहार करने के जघन्य अपराध के विरोध में स्थानीय सनातनियों की संस्थाओं ने रोष प्रदर्शन किया। इस रोष प्रदर्शन में एक मुसलमान हिंसक प्रवृत्ति के कथित नौजवान ने सनातनियों में घुसपैठ करके पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए और शांतिपूर्ण चल रहे रोष प्रदर्शन को उग्र और हिंसक बनाने और दहशत फैलाने की भूमिका बांधी।। गनीमत ही रहा कि इस मुसलमान युवक के पास किसी प्रकार का घातक हथियार नहीं था। वरना चंडीगढ़ पीसफुल सिटी में भी इस वक्त दहशत की आग भड़की होती । पांच वक्त के इस नमाजी मुसलमान ने शांतिपूर्वक रोज प्रदर्शन करने वाले हिंदुओं में घुसपैठ करके पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए। तो सनातनियों ने ही जनता के गुस्से से उक्त मुस्लिम युवक को बचाया। चंडीगढ़ पुलिस और सनातनी नौजवानों ने मुस्लिम आरोपित को बचाया । भारत के स्वर्ग पहलगाम कश्मीर में हुए निंदनीय मुस्लिम आतंकी हमले के विरोध में वीरवार शाम प्लाजा सेक्टर 17 में एक रोष रैली चल रही थी। रोष रैली करने वाले विभिन्न सनातनी और विशेष राजनेता थे। रोष रैली के नारों के बीच पहुंचे एक मुस्लिम युवक ने आकर पाकिस्तान मुर्दाबाद के बजाए जिंदाबाद के नारे लगा दिए। मामले की गंभीरता को देखते हुए चंडीगढ़ पुलिस ने आरोपित को पकड़ा और जन आक्रोश से बचाया। कुछ गर्म खून तमाशबीन लोगो ने उससे धक्का मुक्की करने का भी प्रयास किया। तो उक्त प्रयास को सनातनी नौजवानों ने ही असफल बनाया। और दो संप्रदायों में भडकने वाली आग को सूझबूझ से समय रहते चंडीगढ़ पुलिस ने स्थानीय जनता और सनातनियों के सहयोग से काबू पाया।। सनातनियों ने पुरजोर मांग की है कि उक्त मुस्लिम नौजवान की घुसपैठ और हिंदू सनातनियों के रोष प्रदर्शन में घुसने और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने के पीछे कौन साजिश करता है। युवक ने यह सब कुछ किसके इशारे पर किया है। और उस इशारे की जड़ें क्या पाकिस्तान से भी जुड़ी हुई हैं? यह तुरंत बड़ी जांच का विषय है। अब ऐसी घटनाओं को पूर्व संकेत के रूप में समझना चाहिए । और किसी प्रकार की कोई कौताही, नरमी और लापरवाही बरतने से गुरेज बरतनी चाहिए।।

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