चंडीगढ़/नईदिल्ली ; 10 नवम्बर ; आरके विक्रमा शर्मा /सुमन बैदवान ;—देश में आर्थिक तूफ़ान सिरदर्दी की सुनामी का सबब बना हुआ है ! भले ही ये देश हित में बड़ा सराहनीय कदम है और भाजपा की भले कम ही पर मोदी जी जयकार का शाहकार है ! पर अर्थ शास्त्रियों को परे रखते हुए आम रियाया की बात मानें तो ये कदम अगर कई मायनों को ध्यान में रखते हुए किया जाता और समय सहित सुव्यवस्था का भी ध्यान रखा जाता तो देश और भाजपा व् मोदी के हित में मील का पत्थर बनता ! पर आज गाज आम आदमी सहित धनाढ्य वर्ग पर भी पड़ी है ! छोटी करन्सी उपलब्ध न होने से लोगों के पेट पर लात लगने जैसी बात बन गई है ! अनगिनत परिवारों को भूखे रहने मरने को विवश होना पड़ रहा है ! मोदी ने शाबाशी के चक्कर में व्यवस्थाओं के पुख्ता इंतजामों से कन्नी काट ली तभी ये दिन विवशता के सब देख रहे हैं ! भले ही एक घोषणा से देश हित में कई निशाने सध गए पर आम आदमी तो नाम और शाबाशी की चक्की में पिस कर रह गया है ! त्राहि 2 मचने से मोदी को वाहवाही धूमिल हो गई ! पर दूरगामी नतीजे असरदार रहेंगे ये सब देखेंगे !