मंथन साहित्यिक संस्था ने वीना ढींगरा को किया सम्मानित
चंडीगढ़ ; 2 जून ; आरके शर्मा विक्रमा ;——जानीमानी समाजसेविका और साहित्य पिपासु कलमकार वीना ढींगरा शहर की हदों सरहदों से परे यहाँ वहां खूब जनि पहचानी हस्ती हैं ! हमेशा आम लोगों के लिए भी हर वक्त हर सम्भव मदद लेकर हाजिर रहती हैं ! और उनकी नेकनीयती को मद्देनजर रखते हुए अन्य सामाजिक संस्थाओं की माक़िफ़ वीना ढींगरा का मंथन साहितियक संस्था ने भी अपने स्थापना दिवस की वर्षगांठ के अवसर पर उनका सम्मान किया ! इस अवसर पर संस्था के पदाधिकारियों और समाज के अनेकों गणमान्य व्यक्तियों की उत्साहित करती गर्मजोशी भरी उपस्थिति में वीना ढींगरा का संस्था के पदाधिकारियों ने दिल खोल के करतल ध्वनि से खूब यादगार स्वागत किया ! वीना ढींगरा को मंथन साहित्यिक संस्था के चेयरमेन डॉ नरेलवी साहब और महासचिव ने शॉल ओढ़ा कर फूल मालाएं गले पहनाकर संस्था के स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित करवाया ! वीना ढींगरा ने ये सम्मान पाने के बाद पत्रकारों से रूबरू हो कर कहा कि साहित्यिक सृजना आप सबकी ओर से वरदान बनी हुई है ! वीना जी ने कहा कि साहित्य की सृजना करना एक न्य जन्म एक बराबर होता है ! वीना जी समाज और मानवीय रिश्तों के लिए खूब जद्दोजहद करती हैं ! व् गरीब लाचार अपाहिज आदि स्टूडेंट्स की मदद के लिए आगे सेवारत रहती हैं ! सभ्य शालीन परिवार के लिए भगवान जी ने क्या क्या जोड़ रखा होगा ये वीना जी की शिद्द्त से सेवा कर रहे हैं ! ममन समारोह में शिरकत करने आये तमाम मेहमानों का महासचिव दीपक खेतरपाल ने तह दिल से शुक्रिया अदा किया ! वीना ढींगरा ने इस सम्मान को जीवन का अभी तक का सबसे नायब तोहफा करार दिया !