स्थायी वारेंट वांटेड नक्सली पुलिस ने सांझे प्रयासों में धर दबोचे,कई केसों के हैं वांछित

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स्थायी वारेंट वांटेड नक्सली पुलिस ने सांझे प्रयासों में धर दबोचे,कई केसों के हैं वांछित

चंडीगढ़/झारखंड : 29 जुलाई ; आरके विक्रमा शर्मा/सुधा बनर्जी/करण शर्मा/[टीबीएन  ] ;——-पुलिस जब साझे मंच से काम बड़ी दूरदर्शिता से करती है तो बड़े बड़े जुल्मी भी घुटने टेकने को बेबस हो जाते हैं ! झारखंड की पुलिस पब्लिक और प्रेस के लिए अपराध और हिंसा सहित अन्य अपराधों के लिए तीन नक्सली नसर बने हुए थे ! तीनों स्थायी तौर पर वारंट वांटेड नक्सली मुजरिम भी घोषित थे और कई केसों में पुलिस को चिरलंबित वांछित थे ! तीनों के पीछे लम्बे समय से मुस्तैदी से पड़ी हुई थी पर कोई हत्थे ही नहीं चढ़ रहा था और कानून को हर मर्तबा ठेंगा दिखा जाते थे ! राम अनुज गंज और चांदो पुलिस स्टेशन की पुलिस ने सांझे स्तरीय प्रयासों से तीन इन नक्सलियों को दबोचने में कामयाबी पायी तो पब्लिक और प्रेस ने पीठ थपथपाई और कार्यवाही की मुक्त कंठ से प्रशंसा भी की ! बलरामपुर जिला पुलिस अधीक्षक डीआर आंचला के अनुसार अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नक्सल ऑपरेशन पंकज शुक्ला के दिशा निर्देशों के तहत पुलिस ने साझी कार्यवाही को बड़ी दूरदर्शिता से कामयाबी से मुकम्मल किया ! तीनों नक्सलियों की शिनाख्त सूरजदेव व् ठाकुर नंदकेश्वर सहित प्रदीप मिश्रा के रूप में की गई ! एसआईबी बलरामपुर ,थाना चांदो और रामानुजगंज पुलिस स्टेशन की पुलिस ने एकजुटता और परिपक्वता का उदाहरण पेश करते हुए तीनों को धरा ! पुलिस ने मुखबरी के तहत बड़ी सवेरे इक सुचना के तहत अपनीकार्यवाही को अंजाम दिया और ओमप्रकाश और नक्सली कमांडर खैरवर राजिंदर के दल के अहम सदस्य जोकि स्थाई वारंट वांटेड सूरजदेव को धरा ! इसको भंडरिया थाना एरिया के जोनीडांड के समीपवर्ती जंगलों में भागते हुए धरा ! इसी से मिली जानकारी अनुसार फिर ठाकुर ननदेक्षेवर गाँव परसवार को भी घडवा में धरा ! इन दोनों से जब रहस्य उगलवाए तो प्रदीप मिस्त्री के बारे मिली जानकारी मुताबिक उसको भी बड़ी सतर्कता से प्र्रो गांव से दबोचा !  प्रदीप मिस्त्री पर तकरीबन एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं तो नंदकेश्वर पर पर तीन और सूरजदेव पर छह केस रजिस्टर्ड हैं ! उक्त सांझी कार्यवाही में पुलिस स्टेशन  इंचार्ज सी तिग्गा  व् अमित वघेल जुगेश्वर खलखो राजिंदर गड़ेहवाल आजेशपाल कुमार साहू विश्वकर्मा राधेश्याम राजप्रकाश राजवाड़े ने बढ़चढ़ के कामयाबी के लिए भरपूर सहयोग किया और अपनी ड्यूटी को अंजाम दिया ! तीनों हिरासतियों को माननीय कोर्ट मे पेश किया और कोर्ट ने तीनों को जेल भेजा ! इलाके में नक्सली हमलों और खेलाम गुंडागर्दी पब्लिक पुलिस और प्रेस सब के लिए जी का जंजाल बनी हुई है !     

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