चंडीगढ़ ; 6 सितम्बर ; आरके शर्मा विक्रमा /कर्णशर्मा ;—–1944 से मानवीय जीवन को आयुर्देव से उपचार देने वाले जाने माने खानदानी वैद्य स्वर्गीय हरभजन सिंह योगी द्वारा सेवा क्रम आज भी उनके सुपुत्र वैद्य सुखजिंदर सिंह योगी बखूबी जारी रखे हुए हैं ! सरल सीधे सादे और हंसमुख वैद्य सुखजिंदर सिंह योगी गरीब लचर मजलूम की तन मन और धन से सेवा करने में समाज में अग्रणी स्थान बनाये हुए हैं ! पिता के नक्शे कदमों पर चलते हुए वाहेगुरु जी की ओट लिए सीखजिंद्र सिंह योगी तक कितनी संस्थाएं गैर सरकारी और सरकारी अदायरे सम्मानित कर चुके हैं, कोई गिनती ही नहीं है ! मीरीपीरी को रब्ब मानने वाले वैद्य सुखजिंदर सिंह योगी को देश की गैर सरकारी और समाज व् मानवीय सेवा में अक्षुण जुटी हिन्द संग्राम परिषद [रजि ० ] और हिन्द एजुकेशन सोसायटी के अलावा अदिति कलाकृति हब ऑफ़ हॉबीज भी सम्मानित कर चुके हैं !
लेकिन आज के एलोपैथी दौर में आयुष के जरिये मरीजों के असाध्य रोगों का निवारण करने में कामयाबी से जुटे वैद्य सुखजिंदर सिंह योगी ने अपनी निरंतर प्रयासों से आयुष चिकित्सा प्रणाली को अलग मुकाम दिया ! इसी विलक्षण प्रयास क्रम के लिए वैद्य सुखजिंदर सिंह योगी को सम्मानित किया ! इस बाबत अधिक जानकारी देते हुए उनसे आयुष चिकित्सा लाभ लेने वाल समाजसेवी आमुक ने बताया कि उनके असाध्य रोग जिसका वो नाम उल्लेख नहीं करना चाहेंगे का सफलता पूर्वक इलाज योगी जी ने किया और आज पूर्ण स्वस्थ लाभ हैं ! जबकि देश भर में विख्यात स्थानीय सबसे बड़े हस्पताल ने उनको जांचने तक की जेहमत उठाने से भी गुरेज बरती थी !