चंडीगढ़ ; 21 मई : अल्फान्यूज इंडिया ;—“सभी के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के सकारात्मक उपयोग” को सक्षम करने के लिए इन्स्टिट्यूशन ओफ इंजिनीयर्स, सेक्टर 19, चंडीगढ़ में संपन्न हुआ ! डब्ल्यूटीआईएसडी-2018 , कार्यक्रम का विषय था ! और यह संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों को बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की क्षमता पर केंद्रित था। (एसडीजीएस)
“हाल ही के वर्षों में एआई प्रौद्योगिकी में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है जो क़ी बिग डेटा, मशीन लर्निंग, कंप्यूटिंग पावर, स्टोरेज क्षमता और क्लाउड कंप्यूटिंग जैसे क्षेत्रों के योगदान से जबरदस्त प्रगति हुइ है|एआई आधारित प्रौद्योगिकियां पहले से ही समर्थक सक्रिय उपकरणों और अनुप्रयोगों के प्रमुख घटक के रूप में उभर रही हैं जो स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, वित्त, कृषि, परिवहन, और अन्य सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला को सुधारने से लोगों को बेहतर जीवन जीने तक में मदद करने के लिए उपयोग की जा रही हैं। जैसा की श्री एस. के. गुप्ता सीजीएम पंजाब टेलीकॉम सर्किल द्वारा विस्तरित किया गया, जो कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे।
इंजिनियर जेआर. गर्ग एफआईई, अध्यक्ष, पंजाब और चंडीगढ़ स्टेट सेंटर ऑफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) ने सदस्यों और प्रतिष्ठित अतिथियों का स्वागत किया।
संस्थान द्वारा प्रकाशित इंजिनीयर्स वाय्स नामक त्रैमासिक पत्रिका को सभी प्रतिभागियों को वितरित किया गया था, जो हमारे समाज के भुलाए गए इंजीनियर नायकों को उजागर करते हैं, नवीनतम जोड़ में सरदार करनाल सिंह थे जिन्होंने समाज के निर्माण में रेल लिंक, पुलों और युद्ध-ग्रस्त क्षेत्रों की बहाली में अत्यधिक योगदान दिया था।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ताओं श्री विवेक दुआ आईटीएस, महाप्रबंधक बीएसएनएल थे, जिन्होंने निकट भविष्य में हमारे समाज को आकार देने वाली ए आइ के लाभ और चुनौतियों के बारे में लंबे समय तक जानकारी प्रदान की| श्रीमती सविता गुप्ता (निदेशक यूआईईटी) ने प्रमुख उन लाभों को उजागर किया जो कि यह प्रौद्योगिकी हमारे समाज के विकास कार्यक्रमों को ब्ढा सकती है। उन्होंने दर्शकों के साथ साझा किया कि किस तरह ए. आइ. हमारे नियमित जीवन बदलाव ला रही है और वो पहलू भी उजागर किए जो इस तरह के उपकर्नो के उपयोग के दोरान ध्यान में रखे जाने चाहिए|
आइ. ई. आइ. 2020 में अपनी शताब्दी मनाने जा रहा है और इसके लिए उत्सव जल्द ही मनाया जाएगा , जो की देशभर में आयोजित कार्यक्रम की एक श्रृंखला के माध्यम से शुरू हो जाएगा।पंजाब एण्ड चंडीगढ़ 75 वीं वर्षगांठ का जश्न मनाएगा और इंजीनियरिंग कॉलेजों में विभिन्न कार्यक्रमों की योजना बनाई जाएगी और उत्तरी क्षेत्र में अन्य संस्थानो को भी सम्मलित किया जाएगा|
इंज. एसएस मुंडी एफआईई, ऑनररी सेक्रेटरी ने इस प्रोग्राम में उपस्थित सभी सदस्यों को धन्यवाद किया|