देश की पहली प्लास्टिक फ्री किड्स रन में दौड़े कई आयु वर्गों के बच्चे

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देश की पहली प्लास्टिक फ्री किड्स रन में दौड़े कई आयु वर्गों के बच्चे 


चंडीगढ़ ; 11 नवम्बर ; आरके शर्मा विक्रमा/एनके धीमान  ;—- स्थानीय चंडीगढ़ प्रशासन के टूरिज्म  विभाग के सौजन्य से आज “दी रन क्लब” के बैनर तले 5 से 16 साल आयु के बच्चों ने  देश और पर्यावरण हेतु क्रमश 3,5 व् 10 किलोमीटर दौड़ें लगाईं !  उक्त दौड़ का उद्देश्य प्लास्टिक मुक्त भारत प्रदूषण मुक्त भारत रहा ! आयोजकों  के मुताबिक यह भारत में अपनी तरह  की पहली प्लास्टिक फ्री किड्स रन का आयोजन था जोकि रविवार को चंडीगढ़ टूरिज्म के सौजन्य से “दी रन क्लब” द्वारा कैपिटल कम्प्लेक्स में आयोजित किया गया  ।   आयुवर्ग 5 से 16 साल के बच्चे दुरी 3,5, 10 किलोमीटर की अलग अलग कैटेगरी में दौड़े।   “दी  रन  क्लब” की प्रवक्ता  पविला बाली ने विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि  स्ट्राबेरी स्कूल के 80 बच्चों सहित  350  से अधिक बच्चों ने भाग लिया ! व चंडीगढ़ म्युनिसिपल कारपोरेशन के मेयर देवेश मोदगिल ने विजेता बच्चों को नकद इनाम देकर प्रोत्साहित व्  सम्मानित किया  । “दी रन क्लब” के पर्यावरण को बचाने के प्रयास के अंतर्गत प्लास्टिक का  इस्तेमाल न करने का संदेश ही नहीं अपितु शपथ भी दिलवाई गई । 


“दी रन फार” क्लब की मिसेज बाली ने बताया कि  आज उक्त रन के दौरान भी किसी ने किसी प्रकार की प्लास्टिक का इस्तेमाल तक भी  नहीं किया ! आर्थिक रूप से समाज के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों द्वारा बने हुए कपडे के बने शॉपिंग बैग व् अन्य सामान की प्रदर्शनी चंडीगढ़ क्लब में लगाई प्राप्त तमाम धन राशि भी इन्ही को सौंप दी । मिसेज बाली  के मुताबिक एमसीसी के मेयर देवेश मोदगिल ने 0 किलोमीटर्स की कैटेगरी में  यशराज नकद इनाम 3500 रुपये अभिषेक कुमार व् अंकुश क्रमश 2500 व् 1500 रूपये और लड़कियों के वर्ग में इसी कैटेगरी में अमोदनी आर्या व् अदिति आर्या  सहित पांच किलोमीटर्स कैटेगरी में नमनदीप को 3500 और मनमीत व् प्रिंस को क्रमश 2500 व् 1500 रपये नकद देकर प्रेरित व् सम्मानित किया गया ! अपने संक्षिप्त से भाषण में देवेश मोदगिल मेयर ने कहा कि हम सब सामाजिक प्राणी हैं हम सब अपनी बनती भूमिका निभाते हुए सामाज के प्रति पर्यावरण के प्रति सजग रहें और दूषित होने से बचाएं ! खुद जागरूक रहें और दूसरों को भी बड़ी गिनती मेकरतेरहेन तभी  जीवन सुखद और सहज बना रहेगा ! देवेश मोदगिल ने इस अवसर पर पर्यावरण के चितेरे पंचकूला के युवा 
स्टूडेंट राजा शुभम शर्मा से प्रेरित होने पर बल दिया ! जिसने पर्यावरण के लिए नए नए सरल सार्थक सुझाव समाज की दिए ! राजा शुभम शर्मा के घर में आज चिड़ियों का चहचहाता चम्बा यानि झुंड उनके प्रयासों की मिसाल बने हैं ! 

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