पंचकूला:- 2 अक्टूबर:- आरके विक्रमा शर्मा/हरीश शर्मा +करण शर्मा प्रस्तुति:—– पंचकूला में अफसरशाही और राजनीति में पंचकूला शहर की आन बान और शान पर एक तरह से भ्रष्टाचारी रिश्वतखोरी लापरवाही बेपरवाही की स्याही पूछने में कोई कमी नहीं छोड़ी है लेकिन शहर में बसने वाले सभी लोग इसी प्रकार की संकीर्ण सोच और अपाहिज मानसिकता वाले नहीं है इस शहर को अपनी जान से भी प्यारा समझने वाले लोगों की कमी नहीं है इन्हीं में से एक हैं समाज सेवक राकेश कुमार जो पिछले कई वर्षों से शहर की दशा सुधारने में प्रशासन को नगर निगम को और पुलिस प्रशासन सहित अन्य समाजसेवी संस्थाओं को समय-समय पर आगाह करते रहते हैं और ठीक मार्गदर्शन देने से कोई गुरेज नहीं रखते हैं हर बार सरकारी तंत्र में व्याप्त कुरीतियों भ्रष्टाचारी और रिश्वतखोरी की खबरें उठाने में और मीडिया की महती भूमिका को भी जगाने का काम करते हैं।
अल्फा न्यूज़ इंडिया समाज सेवक राकेश कुमार को सैल्यूट करता है। और राकेश कुमार द्वारा जनहित हित में उठाए जाने वाले तमाम मुद्दों को हल सूरते हाल प्रकाशित करने का बीड़ा उठाता है। पंचकूला प्रशासन और हरियाणा सरकार को चाहिए कि रेहड़ी फड़ी वालों को जमीन अलॉट की जाए और उसका किराया प्रति महीना वसूल किया जाए इससे पारदर्शिता बनी रहेगी और वह आगे किसी को यह स्थान भेज नहीं पाएंगे इससे सरकारी राजस्व में भी बढ़ोतरी होगी सबसे अहम बात यह है कि जब दुकानदार अपना यह व्यवसाय बंद करना चाहता है तो यही स्थान किसी दूसरे को उसी किराया दर पर अलॉट की जाए अल्फा न्यूज़ इंडिया का यह अपना मशवरा है बाकी प्रशासन और सरकार तो अपने फैसले जनहित में कितना लेकर सकारात्मक रूप से लागू करती है यह लिखने की कोई जरूरत नहीं रह जाती है।
यह अच्छी बात है।पंचकूला के सभी रेहड़ी फड़ी वालों के साथ एक पॉलिसी के तहत ही बरताव किया जाना चाहिए। पंचकूला की सभी पुरानी और नई रेहड़ी फड़ी मार्केट्स इसी प्रकार बनवा सभी को जगह दी जानी
चाहिए।और यह उनके नाम कर देनी चाहिए।
वैसे बहुत से या ज्यादातर रेहड़ी फड़ी वाले मिली जगहों को बहुत बड़े फायदे के लिए बेच देते हैं और फिर कही और काम शुरू कर फिर लेने की कोशिश की जाती है।
HSVP को चाहिए की वो पता लगाएं किनको सेक्टर 9 और बाकी जगहों में रेहड़ी फड़ी लगाने की जगह अलॉट की थी। और क्या उन्होंने यह जगह बेच दी या किराए पर दी और फिर से उनमें से किस किस ने दोबारा रेहड़ी फड़ी की जगह लेने के लिए HSVP या MC में अप्लाई किया है।
यह मामला हर ओर से और हर पहलू से विचारणीय है लेकिन हैरत है कि कल उनकी नजर से कोसों दूर है क्योंकि कानून के रक्षक ही अपाहिज हो चुके हैं ऐसे में व्यवस्था नियम कानून नियम आदि सब चरमरा चुके हैं।