चंडीगढ़:-08 दिसंबर:-आरके विक्रमा शर्मा/ करण शर्मा+ अनिल शारदा:–आज सिख कौम के साथ-साथ कृतज्ञ राष्ट्र 9वें गुरु तेग बहादुर जी का बलिदान दिवस श्रद्धा आस्था के साथ मनाते हुए गुरुद्वारों में कीर्तन शब्द श्रवण करते हुए मना रहे हैं । गुरु तेग बहादुर ने हिंदुओं की मुसलमानों से रक्षा के लिए अपने पुत्र के कहने पर अपना बलिदान दे दिया था। आगे चलकर इसी हिंदू समाज ने सिख पंथ की सृजना के लिए अपने पांच पुत्र बिना क्षण गंवाये ही पल क्षण में गुरु गोविंद सिंह जी को सुपुर्द किए थे।
और आज ही भारत माता ने अपना वीर योद्धा पुत्र सीडीएस बिपिन लक्ष्मण सिंह रावत एक हेलीकॉप्टर हादसे में खो दिया है। तमिलनाडु के नीलगिरी जिला के कुन्नूर में भारतीय सेना का हेलीकॉप्टर एम आई 17 वी5 दुर्घटनाग्रस्त हुआ। जिसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन लक्षण सिंह रावत व धर्मपत्नी मधुलिका और सशस्त्र सेना के तकरीबन आध दर्जन उच्च अधिकारियों सहित 14 लोग वीरगति को प्राप्त हुए। यह हेलिकॉप्टर ऊटी जा रहा था। सेना की किसी बड़े कार्यक्रम में cds जरनल बिपिन रावत भाग लेने आर्मी अधिकारियों और धर्म पत्नी के साथ हेलिकॉप्टर में सवार हुए थे। दुर्घटना की खबर मिलते ही सेना की रेस्क्यू टीम ने जंगल पहुंचकर सेना के तीन अधिकारियों को बचाया है। और गंभीर घायलों को भी बचाए जाने को प्रयास पुरजोरों पर हैं।
वायुसेना के हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के मामले की जांच के वायु सेना ने तत्काल प्रभाव से आदेश जारी किए हैं। हेलीकॉप्टर वास्तविकता में किन कारणों से दुर्घटना का शिकार हुआ। इसकी गंभीरता से बहुत ही गहनता से जांच की जाएगी। सोशल मीडिया पर इसे दुर्घटना ना कह कर बड़ा षड्यंत्र करार दिया जा रहा है। और भारतीय नागरिक इसकी सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं । कृतज्ञ राष्ट्र ने सीडीएस जनरल बिपिन लक्ष्मण सिंह रावत को और इस हादसे का शिकार होने वाले हर प्राणी के निमित्त सजल नेत्रों से भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। और जो लोग उपचाराधीन हैं। उनके तत्काल स्वस्थ होने की मंगल कामना राष्ट्र समूचे रूप से कर रहा है।
सीडीएस जनरल विपिन लक्ष्मण सिंह रावत वह योद्धा था। जिसके नाम से शत्रु मुल्क भय खाते थे। और अपने गंदे मंसूबों को तत्काल प्रभाव से ठंडे बस्ते में डाल देते थे।।
देश आज दोपहर एक दुर्घटना की खबर सुनकर देश सन्न रह गया। चंद घंटे बाद ही कुहासा साफ होते ही हकीकत सामने आई। उसके बाद हर देशवासी की आंखें नम हो गईं। तमिलनाडु में कुन्नूर के जंगलों में सेना का MI-17 हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ। पहाड़ी और जंगली इलाके में हुए इस हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत और पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों का निधन हो गया।*
*बिपिन लक्ष्मण सिंह रावत, जिन्हें हम जनरल बिपिन रावत के नाम से जानते हैं। वो चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ थे। जनरल रावत का जन्म 16 मार्च 1958 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में चौहान राजपूत परिवार में हुआ। जनरल रावत की माताजी परमार वंश से थीं।*
*इनके पूर्वज हरिद्वार जिले के मायापुर से आकर गढ़वाल के परसई गांव में बसे थे, जिस कारण परसारा रावत कहलाए। दरअसल, रावत एक मिलिट्री टाइटल है जो राजपूतों को गढ़वाल के शासकों ने दिया था। इनके पिता लक्ष्मण सिंह रावत सेना से लेफ्टिनेंट जनरल के पद से रिटायर हुए। रावत ने 11वीं गोरखा राइफल की पांचवी बटालियन से 1978 में करियर की शुरुआत की थी।*
*शिक्षा और करियर*
*रावत ने देहरादून में कैंबरीन हॉल स्कूल, शिमला में सेंट एडवर्ड स्कूल और भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून से शिक्षा ली। यहां उन्हें ‘सोर्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया। वे फोर्ट लीवनवर्थ, अमेरिका में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन और हायर कमांड कोर्स के ग्रेजुएट भी रहे।*
*उन्होंने मद्रास यूनिवर्सिटी से डिफेंस स्टडीज में एमफिल, मैनेजमेंट में डिप्लोमा और कम्प्यूटर स्टडीज में भी डिप्लोमा किया। 2011 में, उन्हें सैन्य-मीडिया सामरिक अध्ययनों पर अनुसंधान के लिए चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी, मेरठ की ओर से डॉक्टरेट ऑफ फिलॉसफी से सम्मानित किया गया।*
*दो साल पहले CDS बने*
*पूर्व सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत (61) को 2019 में देश का पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) नियुक्त किया गया था.प्रहलाद। वे 65 साल की उम्र तक इस पद पर रहने वाले थे। इस पद को बनाने का मकसद यह है कि आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में सही तरीके से और इफेक्टिव कोऑर्डिनेशन किया जा सके।*
*रावत दिसंबर 1978 में कमीशन ऑफिसर (11 गोरखा राइफल्स) बने थे। वह 31 दिसंबर 2016 को थलसेना प्रमुख बने। उन्हें पूर्वी सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा, कश्मीर घाटी और पूर्वोत्तर में कामकाज का अनुभव रहा। खास बात यह है कि रावत उसी यूनिट (11 गोरखा राइफल्स) में पोस्ट हुए थे, जिसमें उनके पिता भी रह चुके थे।*
*इन पदों पर रहे रावत*
ब्रिगेड कमांडर
जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ (GOC-C) सदर्न कमांड
जनरल स्टाफ ऑफिसर ग्रेड 2, मिलिट्री ऑपरेशन्स डायरेक्टोरेट
कर्नल मिलिट्री सेक्रेटरी एंड डिप्टी मिलिट्री सेक्रेटरी
सीनियर इंस्ट्रक्टर इन जूनियर कमांड विंग
कमांडर यूनाइटेड नेशन्स पीसकीपिंग फोर्स मल्टीनेशनल ब्रिगेड
वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ
आर्मी चीफ
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ
*ये सम्मान मिले*
परम विशिष्ट सेवा मेडल
उत्तम युद्ध सेवा मेडल
अति विशिष्ट सेवा मेडल
युद्ध सेवा मेडल
सेना मेडल
*ये भी जानिए*
*सरकार जानती थी कि मुश्किल हालात और इनसर्जेंसी वाले क्षेत्रों में काम करने के मामले में जनरल रावत बेहद काबिल अफसर हैं। यही वजह थी कि 2016 में दो सीनियर अफसरों पर उन्हें तरजीह दी गई और आर्मी चीफ बनाया गया।*
*बात जून 2015 की है। मणिपुर में हमारी सेना पर आतंकी हमला हुआ। 18 सैनिकों की शहादत से देश में उबाल था। उस दौर में संयोग से 21 पैरा थर्ड कॉर्प्स के कमांडर बिपिन रावत ही थे। उन्होंने दुनिया को दिखाया कि भारत पर आंच आती है तो क्या होता है। इस यूनिट के पैरा कमांडो ने सरहद पार करके म्यांमार में ऑपरेशन किया और NSCN आतंकी ग्रुप के 60 से ज्यादा आतंकियों को उनकी मांद में ही घुसकर ढेर कर दिया।*
*पाकिस्तान की हरकतों का जवाब उन्होंने अपने अंदाज में दिया। 29 सितंबर 2016 को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भारतीय सेना की स्पेशल कमांडो यूनिट ने रातों-रात ऑपरेशन किया। कई आतंकियों के साथ पाकिस्तान के सैनिक भी ढेर कर दिए। यह हमारे उरी और CRPF कैम्प पर हुए हमला का जवाब था।*
पंजाब और देश देश विदेश में रहने वाले तमाम सिख पंथ के लोग और कृतज्ञ हिंदू जन गुरु तेग बहादुर जी का बलिदान दिवस श्रद्धा आस्था से बना रहे थे कि आज ही देश के देशभक्ति के पुंज सीडीएस जनरल लक्ष्मण सिंह रावत का हेलीकॉप्टर हादसे में देहावसान होने का दुख समाचार आते ही देश गमगीन होता नरेंद्र मोदी ने इसे और भारतीय जनता ने से राष्ट्रीय क्षति करार दिया है भारतीय नागरिक ने इसे अनहोनी यह हादसा न मानते हुए साजिश करार दिया है और सीबीआई से तत्काल प्रभाव से हर पहलू से गंभीरतापूर्वक जांच करवाए जाने की सोशल मीडिया पर मांग जारी की है।