राखी पर्व पर पंडितों में ही विरोधाभास से सब दुविधा में, कोई सूतक दोष नहीं

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राखी पर्व पर पंडितों में ही विरोधाभास से सब दुविधा में, कोई सूतक दोष नहीं 
चंडीगढ़ ; अगस्त ; आरके शर्मा विक्रमा ;—–देश भर में रक्षा बंधन पर्व सोमवार को धूमधाम से मनाया जायेगा ! ये हर जाति  धर्म सम्प्रदाय में हर  भेदभाव से ऊपर उठ कर अपने 2 ढंग से हर्षोल्लास से मनाया जायेगा ! हालाँकि इसके बारे में खूब प्रचारित किया जा रहा कि चंद्र ग्रहण के चलते कुछ घंटे ही रक्षा बाँधी जा सकेगी ! क्यों कि फिर ग्रहण के कारण सूतक लगेगा और सूतक में रक्षा का धागा नहीं बाँधा जा सकता ! अब ये बोलने वाले ज्योतिषी किस धर्म ग्रन्थ या धर्म नीति शाश्त्र का उल्लेख पढ़ के धर्म में विश्वास रखने वालों को दिशा निर्देश दे रहे हैं !
 श्री श्याम ज्योतिष संस्थान के ज्योतिषाचार्य पंडित सुरजीत शास्त्री फतेहबाद के मुताबिक सात अगस्त को चंद्र  ग्रहण समय रात्रि 10-45 से 12-45 तक ही है ! सूतक कल दोपहर 1-30 बजे से शुरू होगा ! और रक्षा बंधन का शुभ समय 11-05 सवेरे से लेकर बाद दोपहर 1-30 बजे तक है !

दूसरी ओर कुछेक ज्योतिषी दावा कर रहे है कि शास्त्र में ऐसी कोई बंदिश है ही नहीं,ये सिर्फ अधूरा ज्ञान रखने वाले सूतक में वर्जित का प्रचार करते हैं ! अगर उनकी कथनी में बल है तो बताएं किस शास्त्र में किस अध्याय या संस्कार पृष्ठ पर दर्ज है ! ज्योतिषाचार्य जितेंद्र के मुताबिक रक्षा बंधन तो खुद एक सुरक्षा चक्र है फिर उसको बांधने के  लिए कैसा अपशगुन मुहूर्त होगा ? ये हिन्दू धर्म की गरिमा और पराकाष्ठा के विपरीत प्रचार है ! बहिने सोमवार को खुले मन से  भाइयों की कलाई पे प्रेमप्रीति का धागा बांधे और सारा दिन सूर्य अस्त से पहले करें तो   शुभ माना जाता है ! पर कोई दोष सूतक विचारना मिथ्या है ! ज्योतिषाचार्य जितेंद्र ने किसी  शंका के लिए निपटारे हेतु अपना   मोबाइल 91-67-20 –9 8 46  भी उपलब्ध करवाया है !!! 

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