चंडीगढ़:-26 नवंबर:-अल्फा न्यूज़ इंडिया डेस्क:-
एक 62 वर्ष के बुजुर्ग को अचानक बांई आँख से कम दिखना शुरू हो गया । खासकर रात को नजर न के बराबर होने लगी।जाँच करने से यह निष्कर्ष निकला कि उनकी आँखे ठीक है परंतु बांई आँख की रक्त नलियाँ सूख रही है ।
रिपोर्ट में यह सामने आया कि अब वो जीवन भर देख नहीं पायेंगे ।…. मित्रो यह सम्भव नहीं है .. मित्रों हमारा शरीर परमात्मा की अद्भुत देन है … गर्भ की उत्पत्ति नाभी के पीछे होती है और उसको माता के साथ जुड़ी हुई नाड़ी से पोषण मिलता है और इसलिए मृत्यु के तीन घंटे तक नाभी गर्म रहती है । गर्भधारण के नौ महीनों अर्थात 270 दिन बाद एक सम्पूर्ण बाल स्वरूप बनता है । नाभी के द्वारा सभी नसों का जुड़ाव गर्भ के साथ होता है । इसलिए नाभी एक अद्भुत भाग है । नाभी के पीछे की ओर पेचूटी या navel button होता है।जिसमें 72000 से भी अधिक रक्त धमनियां स्थित होती है नाभी में गाय का शुध्द घी या तेल लगाने से बहुत सारी शारीरिक दुर्बलता का उपाय हो सकता है ।
1. आँखों का शुष्क हो जाना , नजर कमजोर हो जाना , चमकदार त्वचा और बालों के लिये उपाय … सोने से पहले 3 से 7 बूंदें शुध्द घी और नारियल के तेल नाभी में डालें और नाभी के आसपास डेढ़ ईंच गोलाई में फैला देवें ।
2. घुटने के दर्द में उपाय सोने से पहले तीन से सात बूंद अरंडी का तेल नाभी में डालें और उसके आसपास डेढ़ ईंच में फैला देवें ।
3. शरीर में कम्पन तथा जोड़ों में दर्द और शुष्क त्वचा के लिए उपाय : रात को सोने से पहले तीन से सात बूंद राई या सरसों कि तेल नाभी में डालें और उसके चारों ओर डेढ़ ईंच में फैला देवें ।
4. मुँह और गाल पर होने वाले पिम्पल के लिए उपाय : नीम का तेल तीन से सात बूंद नाभी में उपरोक्त तरीके से डालें । नाभी में तेल डालने का कारण : हमारी नाभी को मालूम रहता है कि हमारी कौनसी रक्तवाहिनी सूख रही है , इसलिए वो उसी धमनी में तेल का प्रवाह कर देती है । जब बालक छोटा होता है और उसका पेट दुखता है तब हम बच्चे की नाभि के आस पास हिंग और पानी या तैल का मिश्रण लगातेेे हैं। उस से उसके पेट और नाभी का दर्द तुरंत गायब हो जाता था।बस यही काम है तेल का ।
राजीव दीक्षित जी के विचारों मार्गदर्शन को सुनिए 🌼🏵️🇮🇳🌻🚩🙏🥰 स्वदेशी अपनाओ देश बचाओ 🇮🇳🚩🌼