‘चंडीगढ़: 17 अप्रैल :- आरके विक्रमा शर्मा/ एनके धीमान :– भजन और सूफी गायक, कंपोजर ‘कु मार बंधु’ यानी अनूप कुमार और हेमंत कुमार ने देश में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण से बचने और लोगों को जागरूक करने के लिए एक गीत तैयार किया है। कुमार बंधुओं ने बताया कि कोविड- 19 नाम की यह महामारी ने जिस प्रकार पूरे विश्व के साथ साथ भारत में भी कहर बरपा रही है वो अपने आप में एक बेहद गंभीर विषय है। जैसा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार देश वासियों को इस बीमारी से बचने के लिए घर में रहने के लिए कह रहे हैं और पिछले लगभग एक महीने से देश में लॉक डाउन चल रहा है, यही इस महामारी से बचने का सबसे अहम मंत्र है। ‘हमने भी अपने गीत में इसी बात पर जोर दिया है कि केवल घर में रहना ही इस बीमारी से बचा जा सकता है’। कुमार बंधु कहते हैं कि वे स्वयं भी इस लॉक डाउन में लगातार घर में रह कर योग प्राणायम के साथ साथ रियाज में अपना वक्त गुजार रहे हैं। संगीत से ही मन को शांति और पॉजिटिव एनर्जी मिलती है, इसके अलावा संगीत के जरिए जिस आसानी से आप अपनी बात आम लोगों तक पहुंचा सकते हंै वैसा कोई दूसरा माध्यम नहीं है। अनूप और हेमंत ने रियाज के दौरान ही यह गीत, जिसके बोल हैं :
‘कोरोना का अंत है करना, पड़ जाए ना खामियाजा भरना, घर में ही रहना है
लॉक डाउन तक इसके अंत तक’, लिखा है। यह गीत सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। उनका कहना है कि आजकल सोशल मीडिया बहुत लोकप्रिय है इसलिए घर पर ही इसे रिकार्ड कर फेस बुक व्हाट्स ऐप के जरिए कोरोना से बचने के लिए लोगों को जागरूक कर रहे हैं।
सूफी कलाम कंपोज कर रहे हैं:
कुमार बंधुओं ने बताया कि वे वैसे तो अपने कार्यक्रमों में बाबा बुल्ले शाह, शेख फरीद, अमीर खुसरो, मीरा बाई भगत सूरदास और कबीर जैसे महान सूफी संतों की रचनाए कंपोज कर गाते हैं और आजकल भी ऐसे ही और भी सूफियाना कलामों को पढ़ रहे हैं और उन्हें कंपोज कर रहे हैं। उन्होंने एक बार फिर से सभी से अपील की कि चंूकि देश में लॉक डाउन 3 मई तक बढ़ा दिया गया है तो प्रत्येक का यह दायित्व है कि वे अपने घरों में ही रहे सुरक्षित रहें और बार बार हाथों को धोएं। स्वयं भी सुरक्षित रहे और दूसरों को भी सुरक्षित रखें। संगीत, साहित्य, पेंटिंग, लेखन, कुकिंग, गार्डनिंग, योग, प्राणायाम जैसी आपकी कोई भी रुचि हो, घर में रहकर अपने शौक को पूरा करें। सरकार की हिदायतों का स ती से पालन करें और खुश रहें।