चैत्र शुक्ल द्वादशी को मनाया जाएगा श्री विष्णु दमन उत्सव

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चंडीगढ़:- 4 अप्रैल:- आर के विक्रमा शर्मा:– अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक अप्रैल की 5 तारीख और विक्रम संवत 2077 के चैत्र मास की शुक्ल द्वादशी को श्री विष्णु जन्म दमन उत्सव मनाया जाएगा। भारतीय वेद शास्त्रों मुताबिक श्री विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम जो जगदगगिन और रेणुका जी के पुत्र थे निरंकारी उदंड हिंसक पापा 4 युक्त और विनाशकारी वृद्धि के धनी होने पर मूड मती क्षत्रियों का धरा पर से 21 बार अपने पशु से सहार किया था और धरती को पाप व आततायी मुक्त किया था।। शंकर के परम प्रिय शिष्य परशुराम का वास्तविक नाम राम था उनके तपोगुण से प्रसन्न होकर भगवान शंकर ने उन्हें परशु प्रदान किया था। महा बलशाली ऋषि जमदग्नि व मां रेणुका के पुत्र राम हमेशा अपने कंधे पर फरसा यानि परशु सदैव धारण किए रहते थे। इसी कारण इन्हें भगवान परशुराम कहा जाता है। धरती से क्षत्रिय अत्याचारियों के संहार के कारण ही श्री विष्णु दमन उत्सव धरा पर प्रचलित हुआ था। परशुराम विष्णु अवतार थे। भगवान शंकर के परम प्रिय शिष्य थे। और क्षत्रियों के संहारक थे। धरती को पाप मुक्त करने के लिए उक्त परम्परागत रूप से  चैत्र शुक्ल की द्वादशी को श्री विष्णु दमन उत्सव बड़े आस्था भाव से मनाया जायेगा।

देश-दुनिया में कोरोनावायरस महामारी एक मौतों का तांडव खेलने वाले राक्षस का रूप ले चुकी है तभी तो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार 5 अप्रैल को रात्रि 9:00 बजे देशभर में 9:00 बजे तेल का दीपक या फिर मोमबत्ती टॉर्च जो भी उपलब्ध हो प्रकाश में करने का आह्वान किया है। मोदी जी भी भारतीय धर्म शास्त्रों के अनु पालक है इसीलिए हो सकता है कि उन्होंने श्री विष्णु दमन उत्सव के मौके महामारी रूपी राक्षस के दमन का प्रकाश ऊर्जा के माध्यम से संकल्प लिया हो।

चैत्र शुक्ल द्वादशी को ही मदन द्वादशी और प्रदोष व्रत सहित अनंग त्रयोदशी मनाई जाएगी और मंगल श्रवण नक्षत्र में प्रवेश भी करेगा। अश्लेषा मघा जो 3 अप्रैल को सांय 6:41 से शुरू हुई थी यह भी 5 अप्रैल को बाद दोपहर 2:57 तक रहेगी।। मेष सिंह धनु वृष कन्या मकर के लिए 5 अप्रैल का दिन अशुभ सूचक है और शुभ कार्य भी आज के दिन वर्जित रहेंगे। शास्त्रों मुताबिक कहा जाता है कि एकादशी के दिन चावल नहीं खाने चाहिए और चैत्र शुक्ल एकादशी को कागदा एकादशी व्रत भी है जो लोग भूलवश चावल खा चुके हैं वह द्वादशी के दिन अगर चावल खाते हैं तो एकादशी को चावल खाने के पाप से मुक्त हो जाते हैं। आज 4 अप्रैल को कागदा एकादशी व्रत है शनिवार का दिन है और श्री विष्णु दोलोत्सव  भी आज ही मनाया जाएगा।। आज चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को चंद्रमा दिन के 5:09 पर सिंह राशि में प्रवेश करेगा। 3 अप्रैल सांय 6:41 से लगे गंड मूल 5 अप्रैल को ही 2:00 बज कर 57 मिनट पर खत्म होंगे। 5 अप्रैल को ही यम घंटक योग भी है और वाहन खरीदने के लिए भी दिन उत्तम है।।

देश के प्रधानमंत्री मोदी जी के आह्वान पर समस्त देशवासी रविवार रात्रि 9:00 बजे अपने घर की कृतिम प्रकाश व्यवस्था को बंद करेंगे और सरसों के तेल या तिल के तेल या मोमबत्ती या मोबाइल टॉर्च से  प्रकाश ऊर्जा उत्पन्न करके महामारी के अंधकार को भगाने का एकजुटता से सफल प्रयास नहीं अपितु कर्म करेंगे।।।।

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