पंचकूला : 6 मई : आरके शर्मा विक्रमा :—जहाँ सुख सुविधा की तमाम वस्तुएं हाजिर हों वहां परिश्रम निष्ठा लक्ष्य भेदन की दृढ इच्छाशक्ति दूर दूर तक नहीं दृष्टि गोचर होती है। लेकिन पठार पर लकीर ये किंदवंती होनहार हितेशवर शर्मा सुपुत्र आशुतोष राजन हरियाणा सिविल सर्विस ने इसे अक्षरत कोरा झूठ साबित कर दिया है।।
हितेशवर शर्मा के पिताजी जिला प्रशासन पंचकूला में बतौर इस्टेट अफसर नियुक्त हैं।
भवन विधयालय के इस होनहार हितेशवर शर्मा ने 500 अंक में से 497 यानी कि 99.04% अंक लेकर भारत देश में तीसरे स्थान पर कब्जा जमाया और मां बाप स्कूल सहित हरियाणा प्रांत का नाम रोशन किया।
नैशनल स्कूल क्रिकेट हरियाणा स्टेट स्कूल गेम्स फेडरेशन द्वारा आयोजित किये जानेवाले टूर्नामेंट में भी सक्रियता से भाग लेता है।। यह जानकारी अमरजीत शर्मा ने दी।।
पिता आशुतोष राजन शर्मा के मुताबिक आज बेटे को उसकी अपनी अथक म्हणत और गुरुओं के आशीर्वाद का पूरा और उचित फल प्राप्त हुआ है ! हम माँ बाप तो सिर्फ फीस और पढ़ाई के लिए बुनियादी सुविधाएँ ही दे सकते बाकि पढ़ना तो खुद बच्चे को होता है ! रातदिन में हितेश्वर सिर्फ नाममात्र सोता था और पढ़ाई के साथ साथ खेलता भी था ! आगे हितेश्वर शर्मा क्या करेगा के बारे में उसने खुद बताया कि अभी तो अपनीस्डी ही अब्बल दर्जे में पास करता रहूं ये ही भरसक कोशिश कामयाब करूंगा !