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चंडीगढ़ पंचकूला 29/10/2025 आरके विक्रमा शर्मा अनिल शारदा प्रस्तुति -**वो पल जब भारत की पहली महिला राष्ट्रपति और राफेल उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला पायलट एक ही फ्रेम में आईं। तब वो पल बन गया नए भारत की हिम्मत, विश्वास और शांति की ताकत का प्रतीक।वाराणसी की शिवांगी सिंह ने बचपन में दिल्ली के एयर फ़ोर्स म्यूज़ियम में आसमान को देखा था और तभी तय कर लिया था कि एक दिन वे उड़ान भरेंगी। सालों की मेहनत और हौसले के बाद, आज वो दुनिया के सबसे आधुनिक लड़ाकू विमान राफेल को उड़ाने वाली भारत की पहली महिला पायलट हैं।वहीं, ओडिशा के छोटे से गाँव से निकलकर देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनीं द्रौपदी मुर्मु ने अपनी सेवा, संवेदना और समर्पण से हर बाधा को पार किया।एक साथ ये दो महिलाएँ सिर्फ़ इतिहास नहीं लिख रहीं, वे दिखा रही हैं कि नए भारत में सपने उड़ान भरते हैं, और हिम्मत की कोई सीमा नहीं होती।#


