पठानकोट : 1 अक्टूबर ; कंवर रन्धावा ;—पलायनकर्ताओं के दुखों का अभी दूर दूर तक जल्दी खात्मा होता दिखाई नहीं दे रहा है ! पीड़ितों के खाने और रहने के लिए किये गए बेहतर प्रबंध कितने सही और सार्थक हैं ये भी लिखने की जरूरत नहीं है ! फिर भी पीड़ितों ने सरकार को कोसा तो क्यों बिना आग के धुंआ कैसे उठ रहा है !
भारत पाक सीमा से पलायन करके आये लोगो का गुरुद्वारा श्री बाठ साहिब और तारागढ़ के पैलसो में रहने का प्रबंध किया गया है ! अगर बात सब का सच सुनें तो गुरुद्वारा श्री बाठ साहिब में आये हुए शरणार्थियों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है ! पर अपना घर तो अपना होता है इससे कौन मुंह मोड़ेगा ! एसजीपीसी द्वारा इन शरणार्थियों की पूरी जिमेदारी ली गयी है ! जो इन शरणार्थियों के खाने और रहने का पूरा प्रबंध कर रही है ! जहां गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा सभी का ख्याल रखा जा रहा है ! वहीं, प्रशासनिक अधिकारी भी लोगो की बुनियादी और जरूरी सुविधाओं का जायजा ले रहे हैं! और आने वाले सभी शरणार्थियों के नाम भी नोट किये जा रहे है, उनका पूरा रिकॉर्ड रखा जा रहा है ! भारत पाक सीमा से सट्टे गाँवों के वो लोग जो अपना घर होने के वाबजूद दर दर की ठोकरे खाने को मजबूर है, इनसे जब इस बारे में हमारे संवाद दाता ने बात की तो बताया कि आर्मी के कहने पर हम अपना घर छोड़ चुके हैं और जहाँ गुरुद्वारा बाठ साहिब में रह रहे है वहां गुरु के घर में हमें परेशानी तो किसी बात की नहीं है ! लेकिन सरकार को चाहिए हमें जमीन दे ताकि हम अपना पक्का निवास स्थान बना सके क्योकि ये पहली बार नहीं हुआ कि हमें अपने ही घर से बाहर किया गया हो, जब भी बॉर्डर पर कोई हलचल होती है, सबसे पहले उसकी गाज हम पर ही गिरती है !
भारत पाक सीमा से पलायन करके आये लोगो का गुरुद्वारा श्री बाठ साहिब और तारागढ़ के पैलसो में रहने का प्रबंध किया गया है ! अगर बात सब का सच सुनें तो गुरुद्वारा श्री बाठ साहिब में आये हुए शरणार्थियों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है ! पर अपना घर तो अपना होता है इससे कौन मुंह मोड़ेगा ! एसजीपीसी द्वारा इन शरणार्थियों की पूरी जिमेदारी ली गयी है ! जो इन शरणार्थियों के खाने और रहने का पूरा प्रबंध कर रही है ! जहां गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा सभी का ख्याल रखा जा रहा है ! वहीं, प्रशासनिक अधिकारी भी लोगो की बुनियादी और जरूरी सुविधाओं का जायजा ले रहे हैं! और आने वाले सभी शरणार्थियों के नाम भी नोट किये जा रहे है, उनका पूरा रिकॉर्ड रखा जा रहा है ! भारत पाक सीमा से सट्टे गाँवों के वो लोग जो अपना घर होने के वाबजूद दर दर की ठोकरे खाने को मजबूर है, इनसे जब इस बारे में हमारे संवाद दाता ने बात की तो बताया कि आर्मी के कहने पर हम अपना घर छोड़ चुके हैं और जहाँ गुरुद्वारा बाठ साहिब में रह रहे है वहां गुरु के घर में हमें परेशानी तो किसी बात की नहीं है ! लेकिन सरकार को चाहिए हमें जमीन दे ताकि हम अपना पक्का निवास स्थान बना सके क्योकि ये पहली बार नहीं हुआ कि हमें अपने ही घर से बाहर किया गया हो, जब भी बॉर्डर पर कोई हलचल होती है, सबसे पहले उसकी गाज हम पर ही गिरती है !