गाँधी जयंती के अवसर पर श्रद्धासुमन
गाँधी- — – आँधी अहिंसा की
[ मोनिका आरके शर्मा विक्रमा ]
अहिंसा सत्य के पथ पर किया गमन
राष्ट्र पिता गाँधी तुझे राष्ट्र का नमन !!
मातृ भूमि की सदा सेवा की निर्विघ्न
दीन हीनों से था लगाव बड़ा सघन !!
बन्धुआओं की दिलवाई तूने निजात
सर्वमान्य मार्गदर्शक बने तेरे सिंद्धान्त !!
मर्यादा निष्ठां आस्था का किया गुणगान
हे भारतसुत तेरी हस्ती थी अटल महान !!
अहिंसा का थामा हथियार इस बार
लेकर आजादी जा पहुंचा उस पार !!
गुलामी तोड़ी, एकता अखण्डता जोड़ी
अहिंसावादी तूने इक बून्द लहू न निचोड़ी !!
तेरे स्वपन हो साकार राम तेरा है निराकार
हिन्दू सिख ईसाई सब भारतीय इक परिवार !!
नेता जी का नेतृत्व नतमस्तक माना
जवाहर का जिंदादिल जोश बखूबी जाना !!
स्वाबलम्बी निस्वार्थी कर्मशील निर्भीक बापू
सृष्टि समग्र समझी तेरा अहिंसा का जयजादू !!
हिंसा के दौर में गाया अहिंसा का गाना
माटी के फूलों को भारत का भविष्य जाना !!
तेरी जयंती आज,देश दर्शनों को है मोहताज
सत्यवादी बापू रहे भारत तेरा सदा आजाद !!
अहिंसा सत्य के पथ पर किया गमन
राष्ट्र पिता गाँधी तुझे राष्ट्र का नमन !!
===============================
-=============================
=============================