मध्य प्रदेश/भोपाल : अल्फा न्यूज इंडिया प्रस्तुति ;—- मध्यप्रदेश यूँ तो भारतीय जनता पार्टी का गढ़ कहा जा रहा है पर आजकल एमपी खनन केसों में बढ़ोतरी को लेकर भी पहले पायदान पर काबिज होने वाला है ! मध्य प्रदेश में बड़े पैमाने पर अवैध खनन अबाध रूप से जारी है ! सच बात तो ये है कि खनन माफियाओं को राज्य सरकार का कथित खुल्लमखुला संरक्षण भी प्राप्त है। हैरत की बात ये है कि प्रदेश की कचहरियों में अवैध खनन के बड़ी तादाद में मामले विचाराधीन हैं ! और अवैध खनन में प्रदेश अपना सानी नहीं रखता है ! सब को मालूम है फिर भी बड़े पैमाने पर अवैध खनन जारी है! मंत्रालय की एक विशेष रिपोर्ट में पर्दाफाश हुआ है कि अवैध खनन के पकडे गये केसों के आंकड़े बताते हैं कि पिछले दो वर्षों में अवैध खनन करने वालों ने 9अरब32करोड़35लाख रुपए का गौण (रेत, गिट्टी, मुरम) और प्रमुख खनिज (मैग्नीज, बाक्साइड, कॉपर) निकाल लिया गया है ! मध्यप्रदेश में खदानों के लिए 406 पट्टे आवंटित हैं ! पर अवैध खनन की ताजा स्थिति यह है कि वर्ष 2015-16 में 13,627 केस दृष्टिगोचर हुए । लाखों क्यूबिक मीटर की चोरी ;—एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2014-15 में मध्यप्रदेश में अवैध खनन करने में मशगूल कारोबारियों ने 8,30,638 क्यूबिक मीटर गौण खनिज चुराया है !और 36,877 क्यूबिक मीटर प्रमुख खनिज चुराया। मजेदार बात तो ये है कि वर्ष 2015-16 में चोरी हुए खनिज की मात्रा की जानकारी प्रदेश ने खनन मंत्रालय को नहीं उपलब्ध करवाई और मात्र राशि बता कर जिम्मेवारी और जवाबदेही से पल्ला झाड़ लिया। [साभार आंकड़े ;तहलका न्यूज]