हाय हाय ये जाड़ा,और हाइवे पर नहीं मिलेगी दारू ,सुप्रीमकोर्ट की सख्ती से पियक्कड़ों का होगा हाल माडा, सर्वत्र हुई सराहना
चंडीगढ़ /नईदिल्ली/जैसलमेर ;—15 दिसम्बर ; आरके विक्रमा शर्मा /सुमन वैदवाला/चन्द्रभान सोलंकी ;——-जाड़े की ऋतू में बीड़ी सिगरेट के बाद दिल को राहत देने की सहूलियतों में दारू को शुमार करने वालों के लिए अब बुरी खबर आ चुकी है ! उक्त खबर का असर अप्रैल फूल यानि अगले साल की पहली अप्रैल से शुरू होगा ;ऐसा देश के सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों मुताबिक सम्भव हुआ है ! माननीय कोर्ट ने स्पष्ट और सख्त लफ्जों में आदेश दिए हैं कि नैशनल हाइवे और स्टेट हाइवे के किनारे अब दारू सिर्फ 31 मार्च तक उपलब्ध रहेगी ! क्योंकि कोर्ट के आदेशों मुताबिक नए लाइसेंस जारी और रिन्यू नहीं किये जायेंगे जिससे कि दारू उक्त ठिकानों पर उपलब्ध नहीं होगी ! भले ही ये देर आयद दुरुस्त आयद की बात है पर सर्वोच्च न्यायालय ने इन दुकानों ठेकों को हटाने के सख्त हुक्म दिए हैं ! ये आदेश जिनका देश भर में स्वागत हुआ है सीजेआई टीएस ठाकुर की अध्यक्षता की पीठ ने सुनाया है ! कोर्ट ने हरियाणा और अन्य तमाम स्टेटसह उक्त आदेश की पालना सख्ती से करने को कहा है ! हाइवे पर तो दारू बेचना भी गैरकानूनी माना जायेगा 31 मार्च 2017 के बाद से ! उक्त फैसले को सर्वोच्च कोर्ट का सराहनीय कदम बताया जा रहा है ! कोर्ट ने अपना काम कर दिया पर देखना होगा अमली जामा पहनाने वाले कितने सीरियस होते और कानूनी हुक्मों की पालना करते नहीं ! पियक्कड़ लॉबी तो आदेशो को सुनते ही मूक ही बन गई !और खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं ! नोटबन्दी के बाद पियक्कड़ पार्टी इस शराब बन्दी से खूब आहत हुई पर घर परिजनों खास करके महिलाओं ने सर्वोच्च कोर्ट के आदेशों की दिल खोल कर प्रशंसा की है ! चंडीगढ़ में भी मुख्य सेक्टरों की मुख्यसड़कों के किनारे बने अस्थाई शराब के ठेकों को हत्या गया था भले ही ये ठेके थोड़ा सरकते हुए पीछे यथावत चलते रहे थे ! आज भी जीरकपुर चंडीगढ़ सड़क पर एयरपोर्ट लाइट पॉइंट्स पर ठेका भले ही में रोड से हटा दिया गया हो पर थोड़ा बैकसाइड पर खुलेआम सर्विस देता देखा जा सकता है ! पर खबर ये है कि यहाँ लाइट वाली रनिंग फ्लेक्स रात भर चमकती देखि जा सकती है ! इस सबके वास्ते ठेका धारकों ने निगम से परमिशन ले रखी है या नहीं ये तो निगम ही जाँच करेगा ! हाँ चंडीगढ़ और मोहाली पुलिस से भी ये चमकते दमकते साइन ग्लो बोर्ड छुपे हुए नहीं हैं ! पर उन्हों ने क्यों नहीं अपनी ड्यूटी निभाई ये भी उनके उच्च अधिकारी ही पूछ सकते हैं !