“आप” की नहीं रही अब “बीबा ऐके गिल” जी हाँ आप सब ने सही पढा कि बीबा अमृत कौर गिल अब आम आदमी पार्टी की कुछ भी नहीं रहीं ये तो हम नहीं बोल सकते खासकर जब तक वह आप की मूल सदस्यता से इस्तीफ़ा नहीं दे देतीं ! खबर लिखे जाने तक तो बीबा अमृत कौर गिल जोकि आप पार्टी की ओर से मालवे में बतौर शिकायत निवारण कमेटी की प्रदेश उप प्रधान थीं ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है ! लेकिन पुष्टि के मुताबिक बीबा अमृत कौर गिल ने आम आदमी पार्टी से पूरी तरह से नाता तोड़ लिया और अपना इस्तीफ़ा पार्टी के सर्वेसर्वा अरविन्द केजरीवाल को भेज दिया है ! बीबा गिल ट्रेड ट्रांसपोर्ट विंग की प्रदेश संयुक्त सेक्रेटरी भी थीं ! बीबा गिल ने पार्टी से सम्बन्धित सभी ओहदों से अपना त्यागपत्र दे दिया है ! इस्तीफ़ा देने के पीछे मजबूरी पार्टी द्वारा मूल सिद्धान्तों को छोड़ना है जिनके कारण बीबा गिल ने ये पार्टी ज्वाइन की थी ! लेकिन बीबा ने कहा कि इलेक्शन करीब आते ही पार्टी तो अपने ही सिद्धान्तों को बिसार चुकी है ! कार्यकर्तओं की ही भावनाओं से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं हो रहा है !
सियासी गलियारे की कानाफूसी के मुताबिक आप पार्टी के अब बड़े बड़े दावे वादे खोखले हो जायेंगे क्योंकि पार्टी में विशेषकर मालवा क्षेत्र में आम आदमी पार्टी के उत्थान प्रसार प्रचार हेतु जो एड़ी चोटी का जोर लगा कर बीबा अमृत कौर गिल ने नए आयाम स्थापित किये थे और पार्टी के आधार को बहुत ही मजबूत किया था वो सब प्रभावित तो गहरे तक होगा ! इस्तीफ़ा कबूल हुआ या नहीं ये अभी रहस्य बरकरार है ! पार्टी के लिए चुनावों की तिथि तक घोषित किये जाने के बाद ये इस्तीफ़ा आगे चलकर क्या नुकसान देगा !
आप ने विस चुनावों के लिए के अपने उम्मीदवारों की पहली सूचि में 19 नामों की घोषणा की थी ! और हिम्मत सिंह शेरगिल और एचएस फुल्का हरजोत सिंह बैंस जैसे नामों पर मोहर पक्की की थी !