कॉर्डिया ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूस आफ लॉर्ड राणा एजुकेशन सिटी, संघोल , जिला फतेहगढ़ साहेब में दो दिन का अंतर्राष्ट्रीय आयोजन सम्मेलन में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विद्वानों / प्रशासकों में से , इतिहासकार “भारत में 2030 में वैश्विक संदर्भ में” विषय पर अपने विचारों को साँझा किया ! एक भू राजनीतिक परिप्रेक्ष्य “।
हमारे दिवंगत राष्ट्रपति डा अब्दुल कलाम ने कई साल पहले भारत 2020 के बारे में लिखा है। दुर्भाग्यवश, हमने अपने सपने को चरितार्थ नहीं किया है और सहस्त्राब्दी के लक्ष्यों को पूरा नहीं किया है अगले 13 वर्षों में यह सम्मेलन दिखता है, आने वाले वर्षों में चुनौतियों और अवसरों को भारत तेजी से बदलते हुए दुनिया में सामना करेगा, विद्वान भविष्य में होने वाले परिवर्तनों पर अपना दृष्टिकोण देंगे और अपनी अंतर्दृष्टि साझा करेंगे कि भारत द्वारा क्या हासिल किया जा सकता है और किस नीतियों और रास्ते इच्छित उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए आगे बढ़ना चाहिए!
सम्मेलन में कुछ प्रस्तुतकर्ता भारत के सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति सीकरी हैं, लॉर्ड मेघनाद देसाई, लॉर्ड राना, हाउस ऑफ़ लॉर्ड्स, वेस्टमिंस्टर, लंदन, एमेरिटस के प्रोफेसर टॉम फ्रेजर – पूर्व प्रो-वाइस चांसलर, अल्स्टर विश्वविद्यालय, राज्य वित्त मंत्री , पंजाब, एसडी। मनप्रीत सिंह बादल, प्रो कपिल कपूर … पूर्व भालू, जेएनयू, प्रो जीबी घूमन – कुलपति, पीबीआई विश्वविद्यालय, पटियाला, प्रो। जसवाल – कुलपति … राजीव गांधी, राष्ट्रीय कानून विश्वविद्यालय, पटियाला, प्रो बलविंदर शुक्ला, प्रो-वाइस चांसलर, अमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा, डॉ पंकज मित्तल- अतिरिक्त सचिव, यूजीसी, एस। जीआर राघवेंडर … संयुक्त सचिव, विभाग न्याय, कानून मंत्रालय, और कई अन्य !
उक्त सम्मेलन में आपसी विचार विमर्श की साँझ के तहत सब ने अपने अपने विचार प्रस्तुत किये ! विषयगत जानकारी का आदानप्रदान हुआ !