यूटी प्रेस में मेन पॉवर की कमी खलती पर काम की कोई कमी नहीं ; प्रिंटिंग सेक्रेटरी
चंडीगढ़ ; 4 अक्टूबर ; आरके शर्मा विक्रमा/एनके धीमान /करणशर्मा ;—–चंडीगढ़ प्रशासन के नए ब्यूरोक्रेट्स शहर के विभागों में नवीनता और मैन पावर्स को बढ़ाने में खूब दिलचस्पी दिखा रहे हैं ! अनेकों विभागों में आउट सोर्सेज पर पढ़ी लिखी पीढ़ी सहित अनपढ़ जमात को भी रोजगार उपलब्ध करवाए जा रहे हैं ! इसी क्रम में यूटी चंडीगढ़ प्रशासन की गवर्नमेंट प्रेस यूटी में रोजगार के नए अवसर सृजत करके प्रशासक और उनके एडवाइजर सहित गृह सचिव और फाइनेंस सचिव और प्रिंटिग एंड स्टेशनरी डिपार्टमेंट के सचिव अजॉय कुमार सिन्हा आईएएस ने ऐतिहासिकता संजोये उक्त प्रेस में रोजगार और मशीन पॉवर सहित राजस्व के लिए नए दरवाजे खोलने का सराहनीय बीड़ा उठाया है ! उक्त प्रिंटिंग प्रेस में स्टाफ और कार्य दक्षता और क्षमता बढ़वाने मे मौजूदा कंट्रोलर जसबीर सिंह एसएएस ने गवर्नमेंट प्रेस कर्मचारी यूनियन के सहयोग की पहल भी मायने रखती है ! बताते चलें कि कभी इस प्रेस में पंजाब और हरियाणा सहित हिमाचल प्रदेश आदि का प्रिंटिंग का कार्य बड़े स्तर पर किया जाता था ! ये एशिया में नंबर वन कही जाती प्रेस भवन आज की तारीख में यूनेस्कों की फेहरिस्त में शुमार होकर हैरिटेज बिल्डिंग का दर्जा प्राप्त है ! हाल ही में प्रिंटिंग सेक्रटरी आईएएस अधिकारी ने प्रेस भवन का दौरा किया ! और मौके पर हर काम की बारीकी खास कर कम्पोज़िंग प्रिंटिंग सहित बाइंडिंग स्क्रीन प्रिंटिंग कार्यों को गहरी रूचि लेकर देखा और उनमे बड़े स्तर पर इजाफा करते हुए मेनपॉवर्स बढ़ाने के बुनियादी व् अनिवार्य संकेत दिए !
प्रेस विभाग की प्रबुद्धा अधीक्षिका ग्रेड दो आशा रानी चौहान की सेवा निवृति के बाद उनकी कार्यकुशलता को मद्देनजर रखते हुए उंनकी सेवाओं में एक वर्ष की वृद्धि की गई है ! पूर्व प्रेस सचिव आईएएस अधिकारी ने सेवानिवृत होनेवाले अधिकारीयों को आगे सर्विस में एक्सटेंशन देने से इंकार कर दिया था ! मौजूदा प्रिंटिंग एंड स्टेशनरी सेक्रेटरी अजॉय कुमार सिन्हा आईएएस ने प्रेस विभाग में और कर्मचारी [तकनीकी] भर्ती किये जाने की दिशा में पुख्ता इशारा करके नए पढ़े लिखे युवाओं को रोजगार मिलने की आस बंधवाई है ! गौर तलब हैं कंट्रोलर प्रिंटिंग एंड स्टेशनरी डिपार्टमेंट जसबीर सिंह एसएएस ने मिनिस्ट्रियल और टेक्निकल फील्ड में विभिन्न कोर्स एप्रिन्टिशशिप एक वर्ष डेढ़ वर्ष सहित दो वर्ष के लिए शुरू करवाए और तकरीबन तीन दर्जन युवक व् युवतियों को प्रशिक्षण के अवसर मुहैया करवाए ! स्टाईफन के तौर पर अच्छी खासी धनराशि देकर दर्जनों युवाओं में गहरी रूचि लेकर प्रशिक्षण पूरा करने की लालसा जगाई और प्रेरित भी किया !