चंडीगढ़:- 3 मई:– आरके विक्रमा शर्मा/ करण शर्मा:— आज देश और दुनिया कोरोना वायरस महामारी के प्रचंड तांडव के रहते हुए विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस मिले-जुले भावों में मनाने को विवश है। कहीं मातम तो कहीं रोष है। कहीं दुख है दूर-दूर तक रिक्तता है। और कहीं किसी के जाकर लौट आने की खूब खुशी है। तो कहीं मौत को परास्त करके नई जीवन बगिया में खिलने की असीम प्रसन्नता का उद्गार है। आओ, हम सब मिलकर सम्मान करें। उन कोरोना योद्धाओं का, जिन्होंने उस वातावरण में खुलकर अपना जीवन दांव पर रखते हुए दूसरों के लिए रिपोर्टिंग की दूसरों को आगाह किया और कदम कदम पर महामारी से निपटने के लिए सरकारी दिशानिर्देशों का दूर-दूर तक जनमानस में प्रचार प्रसार किया, जहां सरकारी कायदे कानूनों मुताबिक जाना तो दूर, देखना तक पर अंकुश लगा है।
देश और मानवता सहित भौतिक जीवन को महामारी से बचने की नई दिशा देने वाले इन तमाम योद्धाओं को कृतज्ञ मानव समाज शाबाशी और बधाई देता है।। मीडिया प्रेस ने कदम कदम पर अपना फर्ज बखूबी निभाया। और महामारी के विककाल रूपों का कहर का दुखदाई दृश्य दर्शाया और मानव समाज को सजग किया। इस से बचने की राह प्रशस्त की। हालांकि आज के दौर में और खास करके महामारी के इस दौर में मीडिया के आगे बेअथाह कठिनाइयां पेश आ रही हैं। लेकिन यह कलम के रणबांकुरे अपने फर्ज से कहीं भी विचलते हुए नहीं दिखाई दे रहे हैं।।
विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर अपने सम्मान और स्मरण के लिए मीडिया प्रेस जनमानस का धन्यवाद इसी रूप में कर रहा है कि जल्दी ही देश और दुनिया को कोरोना वायरस जैसी कालरुपी महामारी से सुरक्षित बचाने के लिए कृत-संकल्प लिए हैं। महामारी से लड़ने वाले अन्य योद्धाओं के कंधे से कंधे मिलाकर आज की मीडिया प्रेस अग्रिम पंक्ति की योद्धा बनी हुई है। उसके इस दुस्साहस को परोपकार को अल्फा न्यूज़ इंडिया का तहे दिल से धन्यवाद है और सबके जीवन और परिवार के लिए शुभ मंगलकामनाएं देता है।।
पराजय की छाती पर हम विजय की थाती हैं।।
हम अथक अमिट अभेद्य अमोघ अभिन्न हैं,
कलमकार हैं, कलम हमारी भागवत गीता गाती है
मानवता, राष्ट्रीयता शत्रुओं हेतु हम आत्मघाती हैं।।
आरके शर्मा विक्रमा ∆ अल्फा न्यूज इंडिया✓