संत निरंकारी चेरिटेबल फाउण्डेशन द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस पर 14 पर्वतीय पर्यटक स्थानों पर सफाई अभियान चण्डीगढ :25 मई : अल्फान्यूज इंडिया ;— गत वर्षों की भांति अगामी 5 जून, को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है। इसमें योगदान करते हुए संत निरंकारी चेरिटेबल फाउण्डेशन देश के 7 राज्यों के 14 उन पर्वतीय स्थानों पर एक विशालसफाई अभियान चलायेगा जहां गर्मी के दिनों में पर्यटकों की संख्या काफी बढ़ जाती है। इसके साथ ही पौधारोपणभी किया जायेगा। इस दिन धरती के बढ़ते हुए तापमान से जो पर्यावरण संकट उत्पन्न हो रहे हैं !उनके प्रति जन-जन में जागरुकता लाने का प्रयास किया जायेगा। यह जानकारी श्री कृपा सागर जी मेम्बर इंचार्ज प्रेस एवंपब्लिसिटी सन्त निरंकारी मण्डल ने दी । संयुक्त राष्ट्र संघ ने इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस मनाने के लिये भारत को विश्व भर में सबसे अग्रणी देश घोषितकिया है और विषय दिया है प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करें। इसका अर्थ है कि इस दिन विश्व भर में प्लास्टिकप्रदूषण को समाप्त करने के लिये मिलजुल कर अभियान चलाया जायेगा जिसका नेतृत्व भारत करेगा। इस वर्ष इस अभियान में हजारों की संख्या में अपनी नीली टी शर्ट व टोपी पहने फाउण्डेशन के सेवादार तथा खाकी वर्दी पहने निरंकारी सेवादल के पुरूष सदस्य एवं नीली व सफेद वर्दी पहने हुये महिलायें भाग लेंगी। इसके अलावा अनेक श्रद्धालु भक्त व स्थानीय नागरिक भी योगदान देंगे। इस वर्ष जो 14 स्थान चुने गये हैं उनमें उत्तराखण्ड में मसूरी, ऋषिकेश वनैनीताल, हिमाचल प्रदेश में शिमला,मनाली व धर्मशाला, महाराष्ट्र में महाबलेश्वर, पंचगणि, खण्डाला और लोनावाला, राजस्थान में माउण्ट आबू, पश्चिम बंगाल में दार्जीलिंग, सिक्किम में गेंगटोक एवं तमिलनाडु में ऊटी शामिल हैं। प्रत्येक स्थान पर प्रातः 7ः30 बजे स्वेच्छा से सेवा करने वाले सभी सदस्य एकत्रित होंगे और दोपहर 12ः30 बजे तक अभियान चलाया जायेगा। कार्यक्रम का आरम्भ प्रार्थना से किया जायेगा। फाउण्डेशन के युवा कलाकार कार्यकर्ता ’प्लास्टिक प्रदूषण समाप्त करें’ इस विषय पर नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करेंगे। बच्चे ’प्लास्टिक का प्रयोग न करें’ लिखी हुई तख्तियाँ व बैनर प्रदर्शित करेंगे। कार्यक्रम के अंत में सम्मिलित सभी सदस्य संकल्प लेंगे कि आगे भी हम सदैव इसके प्रति जागरूक रहेंगे। अन्य गतिविधियाँ :— संत निरंकारी मिशन आध्यात्मिक जागरूकता के साथ-साथ विभिन्न प्रकार से मानवता की सेवा के लिये भी सदैव समर्पित रहा है। आज मिशन देश में स्वेच्छा से रक्तदान करने वाली अग्रणी संस्था है। वर्ष 1986 से लेकर अब तक मिशन के द्वारा 5647 रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जा चुका है! जिनमें 9,72,150 यूनिट रक्तदान किया गया।संत निरंकारी चेरिटेबल फाउण्डेशन द्वारा वर्ष 2017.18 के दौरान 514 रक्तदान शिविर लगाये गये !जहाँ 83,141यूनिट रक्तदान किया गया जोकि अपने आप में एक कीर्तिमान है। इस वर्ष मानव एकता दिवस 24 अप्रैल को एक ही दिन में 84 रक्तदान शिविर आयोजित किये गये और 19,307 यूनिट रक्तदान किया गया। आज संत निंरकारी मिशन संत निंरकारी चैरिटेबल फाउण्डेशन के तत्वावधान में 4 अस्पताल, 133 डिस्पेन्सरियाँ व 9 पैथालॉजिकल प्रयोगशालाओं का संचालन धमार्थ रूप से कर रहा है। यह अस्पताल दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता व आगरा में स्थित हैं जबकि डिस्पेन्सरियाँ देश भर में सेवा कर रही हैं।प्रत्येक वर्ष समाज के आर्थिक दृष्टि से कमजोर लगभग 20 लाख लोग यहाँ चिकित्सा प्राप्त करते हैं। फाउण्डेशन मोतिया बिन्द स्वास्थ्य परीक्षण, हृदय परीक्षण,रक्त की कमी की जाँच हेतु शिविरों का आयोजन भी समय-समय पर करता रहता है। मिशन दिल्ली में सभी सुविधाओं से सुसज्जित संत निरंकारी हेल्थ सिटी का निर्माण भी करने जा रहा है। मिशन का पहला ब्लड बैंक मुम्बई के विले.पार्ले में स्थित है। मिशन दिल्ली व देश के अन्य क्षेत्रों में 2 कालेज व 18 विद्यालय चला रहा है। इसके अलावा 55 सिलाई व कढ़ाई प्रशिक्षण केन्द्र हैं जिनमें विधवा तथा जरूरतमंद महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। युवाओं को विभिन्न व्यवसायिक पाठ्यक्रम के द्वारा जैसे कि कम्प्यूटर प्रशिक्षण एवं संचार कौशल की योग्यता प्रदान कर उन्हें सहायता प्रदान की जाती है। संत निरंकारी मिशन सफाई तथा वृक्षारोपण अभियान पिछले कई दशकों से आयोजित कर रहा है। इसे अन्य समाज कल्याण गतिविधियों के साथ और अधिक व्यवस्थित व बेहतर ढंग से चलाने के लिये वर्ष 2010 में संत निरंकारी चेरिटेबल फाउण्डेशन की स्थापना की गई। प्रधानमंत्री के ’स्वच्छ भारत अभियान’ जिसका आरम्भ 2 अक्तूबर, 2014 को किया गया ! इस अभियान मेें फाउण्डेशन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वर्ष 2015 में फाउण्डेशन को देश में इस अभियान के ब्राण्ड एम्बेस्डर के रूप में नियुक्त किया गया। प्रत्येक वर्ष फाउण्डेशन ने देश भर में ऐतिहासिक स्थलों, समुद्र व नदियों के तटों, अस्पतालों और रेलवे स्टेशनों में विशेष रूप से सफाई अभियान चलाये।