हरदेव उद्यान में माता सुदीक्षा जी ने गोल्डन बाटल बुश पौधा किया रोपित

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चंडीगढ़ /अंबाला, 1 मार्च  : अल्फा न्यूज़ इंडिया डेस्क :—–   परमात्मा को जानने के बाद जब हम भक्ति करते हैं तो वो हमारे व्यवहारिक जीवन में ही आनी आरंभ हो जाती है। उसके लिए किसी रटन की आवश्यकता नहीं होती, चलते फिरते हर कार्य करते जीवन भक्तिमय ही रहता है। यह उदगार निरंकारी सद्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज ने अंबाला में रेसकोर्स रोड स्थित सन्त निरंकारी सत्संग भवन में आयोजित निरंकारी सन्त समागम के दौरान कहे।
उन्होंने परमात्मा को जानने की बात को एक उदाहरण से समझाते हुए कहा कि जिस प्रकार किसी परिवार में रिश्ता होता है, दोनों परिवार के सदस्य एक दूसरे को जानने लगते हैं ओर फिर उनमें प्यार की डोर बंध जाती है। प्रभु परमात्मा की जानकारी ब्रहमज्ञान के द्वारा प्राप्त करने के पश्चात् निराकार की भक्ति का आन्नंद वास्तविकता में बढ़ जाता है। जिसके परिणाम स्वरूप वो प्रत्येक प्राणी से प्यार करने लगता है व सबके भले की कामना करता है।
सद्गुरू माता जी ने आगे कहा कि कई बार परिस्थितियां हमारे अनुरूप न होने पर नाखुश होते हैं, लेकिन कुछ समय बाद जब विपरीत परिस्थिति से निकलते हैं तो हम ये एहसास करते हैं कि जो हुआ अच्छा ही हुआ। एक उदाहरण के द्वारा इस बात को समझाते हुए कहा कि एक बार किश्ती तूफान में फंस जाती है, तो सब परेशान हो जाते हैं, परंतु जैसे ही किश्ती किनारे पर पहंुचती है तो पता चलता है कि किश्ती में कोई खराबी आ जाने के कारण वो तूफान के तेज वेग के कारण ही किनारे पर पहुंच पाई है। तब सभी समझ पाते हैं कि प्रभु  परमात्मा हमारे लिए जो करता है उसमें हमेशा हमारे लिए भला ही छिपा होता है।
सद्गुरू माता जी ने कहा कि ये मनुष्य जीवन ही है जिसमें इस प्रभु प्रमात्मा को जाना जा सकता है। बहुत सी योनियों के बाद ये मनुष्य जीवन प्राप्त हुआ हैे। उसे वैर- विरोध, नफरत, कोध्र, द्वेष में व्यर्थ न करें बल्कि पूरे संसार के प्रत्येक प्राणी से प्रेम, दया, करूणा के भाव रखकर केवल प्रेम का ही संसार बसाएं। उन्होंने कहा कि भक्ति को फायदे नुकसान से उपर उठ कर करें। मानवीय गुणों को जीवन में अपनाकर प्रेम व भाईचारे का संदेश दें। उन्होंने सभी श्रद्वालुओं से कहा कि वो केवल शब्दों तक ही प्रेम, प्यार के भाव न रखें, बल्कि अपने व्यवहार में यह गुण अवश्य ढल जाए,  जिससे भक्ति सार्थक होगी।
जोन नंबर 8 के जोनल इंचार्ज सुरेन्द्र पाल सिंह व अंबाला की संयोजक बहन मंजीत कौर जी ने सद्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज, हरियाणा के अतिरिक्त पंजाब, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश , दिल्ली व उतर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए हजारों श्रद्वालुओं के अंबाला पहुंचने पर अभिनन्दन किया। उन्होंने सभी प्रशासनिक विभागों व पुलिस प्रशासन का समागम को सफल कराने में दिए सहयोग के लिए धन्यावाद किया।
इस अवसर पर सद्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज द्वारा संत निरंकारी सत्संग भवन के प्रांगण स्थित हरदेव उद्यान में ’’गोल्डन बाॅटल बुश’’ पौधा भी रोपित किया।

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