चंडीगढ़ /पंचकूला ; 2 जुलाई ; आरके शर्मा विक्रमा ;—- सूबा हरियाणा के दसवीं कक्षा की परीक्षा पास अनेकों मेधावी विद्यार्थी आज भी अपने सम्मान की बाट जोहने को मजबूर
हैं ! ये दसवीं पास विद्यार्थी अव्वल दर्जे के अंक लेकर सूबे में अपने जिलों में शीर्ष स्थान पाने में कामयाब हुए थे ! सरकार ने इन तमाम मेधावी विद्यार्थीयों को राज्यीय स्तरीय समारोह में सम्मानित करने की कबीले तारीफ घोषणा की थी ! उक्त प्रांतीय स्तर के समारोह में कुरुक्षेत्र जिला में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली पलक शर्मा सुपुत्री माता पिंकी शर्मा व् पिता हरकेश शर्मा वासी डीग लाडवा शाहवाद रोड ने दसवीं की परीक्षा बतौर गीता विद्या मंदिर शाहबाद मारकण्डा की छात्रा 96.6 प्रतिशत अंक प्राप्त किये थे !
पलक शर्मा के उज्ज्वल भविष्य की भगीरथी आशीष देने वाले पंडित राम कृष्ण शर्मा ने बताया कि पलक शर्मा हमेशा माँ के साथ घर के कामों में भी बराबर का हाथ बंटाती थी और अपनी स्कूली पढ़ाई भी करती थी ! पलक शर्मा एक ग्रामीण और सामान्य परिवार की मेधावी छात्रा ने अपने बलबूते पर जिला कुरुक्षेत्र में दसवीं की परीक्षा में शीर्ष स्थान हासिल करके अपने शर्मा खानदान सहित स्कूल और जिले का नाम रोशन किया !
उक्त सम्मान समारोह जिला पंचकूला स्थित रेडबिशप होटल में आयोजित होना था ! और मंगलवार तीन जुलाई को शानदार समारोह में सूबे के मुख्यमंत्री मनोहर दास खट्टर ने पलक शर्मा को अन्य विद्यार्थियों के साथ सम्मानित करना था ! लेकिन किन्हीं कारणों से आज का ये समारोह और विद्यार्थी समाज का सम्मान करने का सुअवसर फिर आगे टाल दिया गया !
बताते चलें कि इससे पूर्व भी हिसार में पिछले 22 सितम्बर को आयोजित होने वाले सम्मान समारोह को भी किन्हीं कारणों से आगे टाला गया था ! तब टॉपर स्टूडेंट्स का दिल रखते हुए आनन फानन में हिसार के विधायक के हाथों सभी बच्चों को छिटपुट गिफ्ट देकर वापस घर भेजा गया था ! निराश और हताश पर ठोस आशावान विद्यार्थियों ने खुद को प्रान्त के मुख्यमंत्री मनोहर दास खटटर द्वारा सम्मानित किये जाने के सौभाग्य की आशा कदापि न छोड़ी ! पर ये उम्मीद अब फिर आगे तक सरका दी गई है ! पलक शर्मा सहित अन्यों ने भी मुख्यमंत्री के हाथों ही सम्मानित होने की आशा जल्दी पूरी होने की कामना की ! पहले बारिश की भेंट चढ़े सम्मान समारोह से खिन्न मेधावी स्टूडेंट्स की हसरतों पर इस मर्तबा दूसरी बार सरकार पर सियासत व्यस्तता लगता फिर भारी पड़ी !