डोर टू डोर कैंपेन में चंडीगढ़ की आवाज पार्टी के लोकसभा उम्मीदवार अविनाश सिंह शर्मा को चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड निवासियों का भरपूर समर्थन मिल रहा है| हाउसिंग बोर्ड के निवासियों का स्पष्ट कहना है कि पिछले 25-30 वर्षों से भाजपा-कांग्रेस ने हाउसिंग बोर्ड निवासियों को केवल एक मोहरा बना रखा है| दोनो राजनैतिक दल अपनी राजनीति रोटी सेकने के लिए उन लोगों पर शोषण करते आ रहे थे | लोगों की माने तो उन्होंने नोटा को वोट देने का पूरा मन बना लिया था ! पर हाउसिंग बोर्ड के ही अविनाश सिंह शर्मा को प्रत्याशी के रूप में देख के इस बार उन्हें पूर्ण बहुमत से चंडीगढ़ की कमान सौपने की ठान ली है| हाउसिंग बोर्ड निवासियों का कहना है कि हाउसिंग बोर्ड में रहने वालों का दर्द उन के बीच में रहने वाला व्यक्ति ही जान सकता है न कि कोई बड़े-बड़े कोठीयो में रहना वाले राजनेता |
मालूम हो कि अविनाश सिंह शर्मा के ही बदौलत हाउसिंग बोर्ड निवासी किरायेदार बनने से बचे |वायलेशन के नाम पर निवासियों से वार्षिक किराया लेना शुरू ही हुआ था तब अविनाश सिंह शर्मा ने पंजाब हरयाणा हाई कोर्ट में इसके विरुद्ध PIL डालकर किरायेदार बनने से बचाया। निवासियों के ऊपर हो रहे शोषण उत्पीड़न से मुक्ति दिलाई |
अविनाश सिंह शर्मा का कहना रहा कि हाल ही में कोड ऑफ कंडक्ट लगने के बाद भी सत्ताशीन भाजपा के नेता अपना व्यग्तिगत लाभ उठाने के लिए अपने इशारों पर हजारों होउसिंग बोर्ड निवासियों को कैंसलेशन के नोटिस भेजकर डराने की राजनीति कायम करना चाहते है | यह आजाद भारत में तानाशाही है। चंडीगढ़ की आवाज पार्टी चंडीगढ़ में तानाशाही नहीं चलने देगा।