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चंडीगढ़ धर्मशाला 26 जून 25 आरके विक्रमा शर्मा अनिल शारदा देशराज शर्मा— हिमाचल प्रदेश पर इस वक्त इंद्र देवता की नजर टेढ़ी है। देवताओं की भूमि में तकरीबन 5 से 6 मर्तबा बादलों का फटना यह इस सीजन की भयानक तबाही का प्रकोप है। बादल फटने से होने वाली तबाही से हर कोई वाकिफ है। हिमाचल की जनता जो इन प्रभावित क्षेत्रों में रहती है। जान और माल के नुकसान से त्राहि त्राहि कर रही है। स्थानीय लोग और प्रशासन, पुलिस और देश की जुझारू कर्मठ सेना मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं। लेकिन यह सब कुछ कुदरत के कहर के आगे ऊंट के मुंह में जीरा है। और अब खनियारा (धर्मशाला) में मनूणी खड्ड में आई बाढ़ से हाइड्रो प्रोजेक्ट के क्षेत्र में भीष्म तबाही देखी जा सकती है। पहाड़ों पर फटे बादल के फटने से पानी से भयानक बाढ़ रास्ते में जो भी आ रहा है, सब कुछ बहा ले जा रही है। इस वार्ड में अभी तक हाइड्रो प्रोजेक्ट में काम करने वालों में से 20 कर्मचारियों के बाढ़ में बह जाने का समाचार है। खबर लिखे जाने तक इनमेंसे दो कर्मियों के शव रिकवर किए गए हैं। इस वक्त मानूणी खड्ड तबाही का मंजर लिए हुए है।


