हाईप्रोफाइल मर्डर मिस्ट्री वांछित प्रतिभानंद हुआ ग्रिफ्तार !
नई दिल्ली: 16 सितम्बर ; सुमन वैदवान /अल्फ़ा न्यूज इंडिया ;—दिल्ली के एक बहुचर्चित और प्रॉपर्टी केस हाईप्रोफाइल दीपक भरद्वाज मर्डर केस का मुख्य वांछित आरोपी महंत प्रतिभानंद लम्बे समय की फरारी के बाद अब चार साल के बाद जिला गाजियाबाद के सिहानी गेट क्षेत्र से पुलिस ने बड़ी मुस्तैदी से धरदबोचा है ! लेकिन पुष्ट सूत्रों की मानें तो पुलिस ने उसे आर्म्स एक्ट के दूसरे ही मामले में दबोचने में कामयाबी हासिल की है ! सच बात तो ये भी है कि गिरफ्तारी के बाद ज्ञात पड़ा कि महंत प्रतिभानंद तो दिल्ली के वसंत कुंज एरिया में बीते चार साल पहले 26 मार्च, 2013 को हुए दीपक भारद्वाज हत्याकांड का मुख्य आरोपी है पुलिस को वांछित भी है ! दिल्ली का अरबपति व्यवसायी जोकि बहुजन समाज पार्टी का भी कदावर सियासतदान दीपक भारद्वाज था; की हत्या का मुख्य कारण 500 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति थी ! और इसी का विवाद दीपक की जीवनलीला लील गई !
महंत की तलाश में दिल्ली पुलिस ने कई सूबों में छापेमारी लम्बे वक़्त तक जारी रखी थी पर पुलिस को चकमा देते हुए महंत बचकर निकलता ही रहा ! और आखिर गाजियाबाद में कामयाबी मिली जबकि महंत प्रतिभानंद ने छुपने के सफर के दौरान अनेकों मर्तबा अपना नुहार/हुलिया भी बदल बदल कर छकाया !
नई दिल्ली: 16 सितम्बर ; सुमन वैदवान /अल्फ़ा न्यूज इंडिया ;—दिल्ली के एक बहुचर्चित और प्रॉपर्टी केस हाईप्रोफाइल दीपक भरद्वाज मर्डर केस का मुख्य वांछित आरोपी महंत प्रतिभानंद लम्बे समय की फरारी के बाद अब चार साल के बाद जिला गाजियाबाद के सिहानी गेट क्षेत्र से पुलिस ने बड़ी मुस्तैदी से धरदबोचा है ! लेकिन पुष्ट सूत्रों की मानें तो पुलिस ने उसे आर्म्स एक्ट के दूसरे ही मामले में दबोचने में कामयाबी हासिल की है ! सच बात तो ये भी है कि गिरफ्तारी के बाद ज्ञात पड़ा कि महंत प्रतिभानंद तो दिल्ली के वसंत कुंज एरिया में बीते चार साल पहले 26 मार्च, 2013 को हुए दीपक भारद्वाज हत्याकांड का मुख्य आरोपी है पुलिस को वांछित भी है ! दिल्ली का अरबपति व्यवसायी जोकि बहुजन समाज पार्टी का भी कदावर सियासतदान दीपक भारद्वाज था; की हत्या का मुख्य कारण 500 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति थी ! और इसी का विवाद दीपक की जीवनलीला लील गई !
महंत की तलाश में दिल्ली पुलिस ने कई सूबों में छापेमारी लम्बे वक़्त तक जारी रखी थी पर पुलिस को चकमा देते हुए महंत बचकर निकलता ही रहा ! और आखिर गाजियाबाद में कामयाबी मिली जबकि महंत प्रतिभानंद ने छुपने के सफर के दौरान अनेकों मर्तबा अपना नुहार/हुलिया भी बदल बदल कर छकाया !