—–अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस —–
कभी कल्पना सी अपनी ऊँची उड़ान हो
कभी सुनीता विलयम सी भी पहचान हो
कभी पी वी संधू सी बेटियाँ बन जाये हम
कभी पी टी उषा के खेल में खो जाये हम
कभी लक्ष्मीबाई की लहराती तलवार हो
भारत के आँगन में बेटियों की फुहार हो
कभी मिताली राज सा क्रिकेट हो जाये
सानिया के खेल में पाक भी उड़ जाए
साइना नेहवाल सी बेटियां उगाए हम
ऐश्वर्या सुष्मिता डायना नाम पाए हम
अशोक की अंतरात्मा कहती यही अब
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाए हम
शपथ ले सब यही मिलकर हम यहाँ
बेटियों को बेटों सा ही पढ़ाये हम यहाँ
सूरज की किरण बनकर आये बेटियाँ
किस्मत भारत की जगमगाये बेटियाँ !!!
—–अशोक सपड़ा [नईदिल्ली]
प्रस्तोता ; अल्फा न्यूज इंडिया