चंडीगढ़ 10 मार्च:- आरके विक्रमा शर्मा /करण शर्मा:- मासूम बच्चे बच्चियां कोरोनावायरस जैसी वैश्विक महामारी के पहले से भी गाय होती रहती थी लेकिन पिछले दशक भर महीनों से बच्चों की किडनैपिंग ने सरकारी तंत्र और वर्दी धारियों की नींद में खलल डाल दिया है। छोटे छोटे प्यारे प्यारे मासूम बच्चों को कौन उठाकर कहां ले जा रहा है यह जेहन में आते ही सोशल मीडिया पर वायरल एक दिल दहलाने वाली वीडियो फिल्म दिखती है। एक पुल के नीचे अनेकों अनेकों बच्चों की खोखली लाशें पड़ी हुई है पानी में अस्थि पिंजर फेंके जाने से गर्ल चुके हैं इन अस्थि पिंजर ओं से इन बच्चों के कौन-कौन से अंग निकाले गए हैं और यह किस अस्पताल को किस मुल्क की इंसानी तस्करी करने वालों को बेचे गए हैं यह सब भारत के लिए ही नहीं पूरी दुनिया के लिए सवालिया चिन्ह है बड़ी-बड़ी गुप्तचर एजेंसियों के माथे पर कलंक है बड़ी-बड़ी सामाजिक संस्थाओं के मुंह पर तमाचा है और देश की सरकारों के ऊपर काली मां की है जो अपने नौनिहालों की सुरक्षा करने में पूरी तरह से अपाहिज दिखाई देती है आखरी यह मानव अंगों की तस्करी कब रुकेगी यह कहना बिल्कुल नामुमकिन है। इन्हीं घर से गायब हुए बच्चों में एक नाम और शुमार हुआ है विनीता शर्मा सोशल मीडिया पर इस बच्ची की फोटो वायरल हो रही है जिसमें लिखा गया है विजेता शर्मा और करण दोनों लड़कियां दोपहर के 1:30 बजे से मिसिंग हैं और दोनों लड़कियां चंडीगढ़ के सेक्टर 20बी की रहने वाली हैं। यह जहां कहीं भी किसी को किसी भी हाल में सूरत में मिलती हैं। तो तुरंत मोबाइल नंबर 82838 25408 और 884 731 3950 पर सूचित करें। और इस मैसेज को ज्यादा से ज्यादा फॉरवर्ड करने की भी अपील की गई है।
अल्फा न्यूज़ इंडिया खोए हुए इन बच्चों के लिए भगवान से दुआ करता है यह जल्दी अपने मां बाप तक पहुंचें। सकुशल घर लौटें। और इन्हें ढूंढने में पुलिस की हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी समझते हुए भरपूर सहयोग करें। ताकि किसी के घर के यह रोशन चिराग, चिराग कभी बुझ ना पाए।