चंडीगढ़/पंचकूला ; 6 नवम्बर ; अल्फ़ा न्यूज इंडिया ;—-दीपों के पर्व पर दुशमन को भी सही राह दिखाते हुए गले लगाया जाये ताकि दीवाली का असली अर्थ भी सार्थक रहे ! भीतर के अँधेरे को हटाना है और ज्योति ज्ञान धर्म मानवताकी तो भीतर जलाने है ! दीपावली के उपलक्ष्य पर अकसर लोग अपने घर रंग-बिरंगी लाईटों के द्वारा जगमगाते हैं, परन्तु हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की ओर से नेत्रहीन व अपाहिज लोगों की सहायतार्थ चलाये जा रहे प्रकल्प अंर्तदृष्टि के तहत नेत्रहीन लोगों के द्वारा बनाई गई सुंदर मोमबत्तियां और नए रूप में दीयों के शहर के अलग-अलग स्थानों में स्टॉल लगाये जा रहे हैं जिससे कि लोग उन्हें प्राप्त कर सकें और उनकी सहायता कर सकें। आज चंडीगढ़ में इंफोसिस, एच एस बी सी बैंक, तनिष्क ज्वेलर्स, डेंटल कॉलेज, मैक्स हॉस्पिटल मोहाली इत्यादि अनेकों स्थानों पर संस्थान के कार्यकत्र्ताओं ने स्टॉल लगाकर नेत्रहीन भाई-बहनों द्वारा बनाई गई फैंसी मोमबत्तियां और दीये आदि बेचे।
दीपावली के उपलक्ष्य पर अकसर लोग अपने घर रंग-बिरंगी लाईटों के द्वारा जगमगाते हैं, परन्तु हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की ओर से नेत्रहीन व अपाहिज लोगों की सहायतार्थ चलाये जा रहे प्रकल्प अंर्तदृष्टि के तहत नेत्रहीन लोगों के द्वारा बनाई गई सुंदर मोमबत्तियां और नए रूप में दीयों के शहर के अलग-अलग स्थानों में स्टॉल लगाये जा रहे हैं जिससे कि लोग उन्हें प्राप्त कर सकें और उनकी सहायता कर सकें। आज चंडीगढ़ में इंफोसिस, एच एस बी सी बैंक, तनिष्क ज्वेलर्स, डेंटल कॉलेज, मैक्स हॉस्पिटल मोहाली इत्यादि अनेकों स्थानों पर संस्थान के कार्यकत्र्ताओं ने स्टॉल लगाकर नेत्रहीन भाई-बहनों द्वारा बनाई गई फैंसी मोमबत्तियां और दीये आदि बेचे।साभार;एपी [हरियाणा]