चंडीगढ़:- 19 अप्रैल:- अल्फा न्यूज़ इंडिया डेस्क/ एनके धीमान:– एंटी करप्शन सोसायटी के अध्यक्ष जसपाल सिंह ने कहा कि कोरोना की वजह से हुई बंदी से अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है। बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जिनके सामने रोजी-रोटी का संकट है। दिहाड़ीदार मजदूरों के अलावा सामान्य मजदूर, रिक्शा व रेहड़ी-फड़ी वाले भी हैं, जिन्हें रोजाना कमाकर परिवार के लिए दो जून की रोटी का प्रबंध करना होता है । अनेक समाचार पत्र व दुकानदार भी इस आपदा से टूट गए हैं । ऐसे लोगों की प्रशासन को चिंता होनी चाहिए ।
एक जानकारी अनुसार हरियाणा सरकार ने कोरोना वायरस के कारण किए गए लाकडाउन की वजह से गरीब, मजदूर और दिहाड़ीदार वर्ग के साथ-साथ रिक्शा चालकों की आर्थिक सहायता करने का बड़ा फैसला लिया है। राज्य सरकार श्रमिकों, निर्माण मजदूरों के अलावा रेहड़ी-फड़ी वालों के लिए आर्थिक मदद देगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ऐसे लोगों को 4500 रुपये मासिक की आर्थिक मदद देने का निर्णय लिया है। यह सहायता चार किस्तों में साप्ताहिक आधार पर दिया जाएगा, ताकि लाकडाउन के दौरान किसी गरीब के घर में रोटी का संकट पैदा न हो सके।
एन्टी करप्शन सोसायटी के अध्यक्ष डाॅ जसपाल सिंह ने कहा कि कोरोना की वजह से उत्पन्न संकट दौरान मजदूरों के लिए हरियाणा सरकार की उपरोक्त योजना को देखकर भी चंडीगढ़ प्रशासन व पंजाब सरकार नहीं जागी । आज भी मजदूरों को मात्र समाजसेवी संस्थाओं की ओर से लगाए भंडारों एवं लँगर पर निर्भर हो कर जीवन जीना पड़ रहा है ।
डॉ जसपाल सिंह ने कहा कि परेशान मजदूरों के लिए प्रशासन कम से कम हरियाणा सरकार के बराबर 4500 रुपये मासिक सहायता प्रदान करे । इसके साथ साथ आपदा व मंदी की मार से बेहाल समाचार पत्रों, पत्रकारों व दुकानदारों को भी राहत देने हेतु प्रशासन को योजना बना कर राहत देनी चाहिए ।